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दिल्ली में यमुना की सफाई के दावे की खुली पोल, जहरीले पानी में छठ पूजा का अर्घ्य देते दिखे श्रद्धा

नईदिल्ली

आज उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद भक्तजन प्रसाद ग्रहण करेंगे और इसके बाद महापर्व छठ की समाप्ति हो जाएगी। उपवास करने वाले व्रती भी अन्न-जल ग्रहण करेंगे। आज तड़के ही लोग घाट पर एकत्रित होने लगेंगे। सूर्योदय तक छठ मइया की पूजा की जाएगी, फिर चढ़ते सूर्य को व्रती अर्घ्य देंगे। इसके बाद महिलाएं अपने-अपने घरों में पूजा करेंगी और उपवास तोड़ेंगी। इस तरह चार दिवसीय छठ महापर्व का समापन हो जाएगा।

छठ पर दिखा महिलाओं में उल्लास

सोमवार सुबह उगते सूरज को अर्घ्य देकर व्रत संपन्न किया। दोपहर से ही हजारों व्रतधारियों की भीड परिवास समेत लगने लगी थी। व्रती घाटों, स्विमिंग पुल आदि तक सूर्य नारायण व छठ मईया के गीत गाते हुए पहुंचे। व्रतियों ने वेदी को गन्ने, झालरों, फल, फूलों, मिठाई आदि से सजाया और उसकी पूजा-अर्चना भी की। सूर्य डूबने के समय शाम 5:25 बजे था, मगर उससे बहुत पहले ही व्रती हिंडन व स्विमिंग पुल में उतर गए और सूर्य डूबने का इंतजार करने लगे।

​गाजियाबाद में लेजर लाइट के शानदार नजारा

गाजियाबाद में हिंडन नदी पर बनाए गए तमाम घाटों पर तड़के से ही श्रद्धालुओं की भारी हलचल है। छठ घाट के आसपास शाम से ही जाम की स्थिति बनी हुई थी। ट्रैफिक डायवर्जन की वजह से लोगों को थोड़ी जरूर मिली। चारों तरफ रौनक दिख रही थी। सोमवार को कार्तिक शुक्ल सप्तमी की सुबह उदीयमान भगवान सूर्य को दूध एवं जल से अर्घ्य दिया जाएगा। अर्घ्य के बाद व्रती घाट के निकट बने सूर्य पिंडों के पास बैठकर भगवान भास्कर की पूजा करेंगे। अर्घ्य और पूजा के बाद 36 घंटे का निर्जला व्रत भी समाप्त हो जाएगा। छठ पूजा में सबसे ज्यादा महत्व खरना का ही होता है।

​छठ पूजा पर दिखा शानदार नजारा

आज तड़के ही लोग घाट पर एकत्रित होने लगे। सूर्योदय तक छठ मइया की पूजा की गई। ​हिंडन नदी के घाटों पर ही नहीं रविवार को राजनगर एक्सटेंशन, क्रॉसिंग रिपब्लिक की सोसायटियों, संजयनगर, नंदग्राम, विजयनगर, प्रताप विहार आदि में भी आस्था का सूर्य उगा। दोपहर से ही हजारों व्रतधारियों की भीड परिवास समेत लगने लगी थी। व्रती घाटों, स्विमिंग पुल आदि तक सूर्य नारायण व छठ मईया के गीत गाते हुए पहुंचे। व्रतियों ने वेदी को गन्ने, झालरों, फल, फूलों, मिठाई आदि से सजाया और उसकी पूजा-अर्चना भी की।

छठ के पर्व दिखा उल्लास

​सूर्य के डूबते ही छठ घाट ही नहीं तालाब, स्विमिंग पूल व आसपास का क्षेत्र भी भगवान सूर्य नारायण व छठ मइया के जयकारों से गूंज उठा। आतिशबाजी भी की गई। अब व्रती सोमवार की सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देकर देंगे और अपने 36 घंटे के कठिन व्रत को भी खोलेंगे। पूर्वांचल छठ पूजा विकास समिति सिद्धार्थ विहार की ओर से छठ पर्व धूमधाम से मनाकर सभी के सुख-समृद्धि की कामना की गई। इस दौरान भाजपा नेता डॉ. आशुतोष गुप्ता, योगेश त्यागी, डॉ. त्रिविक्रम पंडा, शैलेश सिंह, राजकिशोर, बृजकिशोर आदि भी मौजूद रहे।

​महिलाओं ने जहर में उतरकर दिया अर्घ

छठव्रती दोपहर बाद अपने घरों से भोजपुरी, मगही, अवधी व मैथिली गीत गाते हुए घाटों पर पहुंचे। पुलिस ने भी घाटों पर सुरक्षा के इंतजाम किए थे। छठ समितियों के वॉलंटियर्स भी लोगों की मदद कर रहे थे। नोएडा के विभिन्न हिस्सों में बनाए गए छठ घाटों पर शनिवार रात सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए। ग्रेनो वेस्ट में चेरी काउंटी सोसायटी के पास पूर्वांचल एकता मंच और नेफोवा के सहयोग से बने छठ घाट पर महिलाओं की भीड़ रही।

छठ का समापन, दिखा उल्लास

देश ही नहीं दुनियाभर में छठ पूजा का त्योहार हर साल दीपावली से 6 दिन बाद मनाया जाता है। इस वर्ष छठ पर्व 17 नवंबर से शुरू हुआ। छठ चार दिवसीय त्योहार है, इसमें प्रत्येक दिन अलग-अलग अनुष्ठान होते हैं। पहले दिन श्रद्धालु पवित्र स्नान करते हैं फिर दूसरे दिन से व्रत रखा जाता है। भगवान सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा तीसरे ओर चौथे दिन तक जारी रहती है।

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