दावा : मिलिंद देवड़ा को शिंदे गुट ने दिया राज्यसभा का ऑफर?
मुंबई:
पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व सांसद मिलिंद देवड़ा के लोकसभा के बजाए राज्यसभा जाने का दावा सामने आया है। मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दिन झटका देते हुए पार्टी छोड़ दी थी और फिर कुछ घंटों पर बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना में शामिल हो गए थे। शिवसेना में शामिल होने के बाद मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस की तीखी आलोचना भी की थी और कहा था कि कांग्रेस अब उद्योगपतियों के खिलाफ हो गई है। इतना ही नहीं कांग्रेस का काम सिर्फ पीएम नरेंद्र मोदी की आलोचना करना रह गया है।
उद्धव गुट के दावे से थे परेशान
राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि राहुल गांधी के करीबी रहे मिलिंद देवड़ा का पार्टी से मोहभंग पिछले कुछ समय से बढ़ रहा है। कांग्रेस के सहयोगी उद्धव ठाकरे की शिवसेना की मुंबई दक्षिण लोकसभा सीट पर दावेदारी से देवड़ा खुश नहीं थे। इसकी वजह थी कि मुरली देवड़ा ने लगातार तीन बार और उन्होंने दो बार -2004 और 2009 यहां से जीत हासिल की थी। देवड़ा इस मुद्दे पर एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे या राहुल गांधी से की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहे थे। कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर उन्होंने कांग्रेस छोड़ने का फैसला किया।
देवड़ा ने बाद में बदला अपना प्लान
सूत्रों ने कहा कि शुरुआत में उन्होंने बीजेपी में शामिल होने की योजना बनाई थी, लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि पार्टी उन्हें लोकसभा सीट के टिकट के लिए विचार करने की संभावना नहीं थी। शिव सेना के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि उन्होंने शिंदे के इस आश्वासन पर शिव सेना में शामिल होने का फैसला किया कि उन्हें सेना (यूबीटी) के अनिल देसाई के स्थान पर राज्यसभा में नामांकन के लिए विचार किया जाएगा, जिनका कार्यकाल पूरा होने वाला है।
शिंदे के प्रफुल्ल पटेल बनेंगे देवड़ा
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल के बराबर दिल्ली में अपनी पार्टी का प्रतिनिधित्व करने के लिए एक स्पष्ट और अनुभवी राजनेता की तलाश में हैं। मिलिंद देवड़ा के कांग्रेस छोड़ने और सेना में शामिल होने के बाद शिवसेना के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने यह बात कही। पटेल दिल्ली की संस्कृति से अच्छी तरह वाकिफ हैं। देवड़ा दो बार सांसद और लगभग चार वर्षों तक केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं। कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद दोपहर में देवड़ा सीएम के आधिकारिक आवास वर्षा में एक समारोह में शिंदे की उपस्थिति में शिवसेना में शामिल हुए। राज्य महिला आयोग की पूर्व प्रमुख सुशीबेन शाह और एक दर्जन से अधिक पूर्व नगरसेवक भी सेना में शामिल हुए। 2014 के लोकसभा चुनाव में अपनी हार के बाद देवड़ा मुंबई में राजनीतिक गतिविधियों से काफी हद तक दूर हो गए थे।