लिपिक वर्ग का धरना 28वें दिन भी रहा जारी
टीम एक्शन इण्डिया/ कुरुक्षेत्र (दलबीर मलिक)
लिपिक वर्ग का धरना अट्ठाइसवें दिन भी जारी रहा, पूरे दिन सरकार के खिलाफ की जोरदार नारेबाजी क्लेरिकल एसोसिएशन वेलफेयर सोसाइटी सम्बंधित भारतीय मजदूर संघ के बैनर तले चल रहा लिपिक वर्ग का धरना अट्ठाइसवें दिन भी जारी रहा। एसोसिएशन के जिला प्रधान रविन्द्र की अध्यक्षता में धरने की शुरूआत की। उन्होंने बताया कि आज धरने स्थल आज सैंकड़ो की संख्या में लिपिक बहुत ही उत्साह के साथ पहुँचे थे। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा काम नहीं तो वेतन नहीं के आदेश जारी किये गए हैं और सभी विभागाध्यक्षों को इससे संबंधित प्रमाणपत्र जिला खजाना अधिकारी के कार्यालयों में जमा करवाने के आदेश जारी किए गए हैं। जिसमे विभागाध्यक्ष ये प्रमाण पत्र देगा कि उसने स्ट्राइक पर रहने वाले किसी भी कर्मचारी को मासिक सैलरी नही दी है।
एसोसिएशन के जिला सचिव नरेंद्र ने बताया कि वो सरकार की इस तरह की धमकियों से डरने वाले नही है। उन्होंने बताया कि सरकार लिपिक वर्ग की एक मात्र मांग जायज मांग 35400 के प्रति बिल्कुल भी ध्यान नही दे रही है। लेकिन लिपिक वर्ग अपनी एक मात्र मांग के लिए आज भी अडिग है। उन्होंने बताया कि जब तक सरकार उनकी एक मात्र जायज मांग 35400 नही मान लेती तब तक ये धरना ज्यों का त्यों चलता रहेगा। एसोसिएशन के जिला संयोजक जगदीप ने बताया कि आज कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी के संगठन कुण्टिया के प्रधान रामकुमार गुर्जर, उपप्रधान कर्मवीर शर्मा व महासचिव अनिल लौट अपने सैंकड़ों साथियों के साथ धरने स्थल पर पहुँचे। उन्होंने बताया कि उनका संगठन लिपिक वर्ग के साथ तन मन धन से साथ खड़ा है।
राज्यकार्यकरिणी के सदस्य प्रवेश ने बताया कि आज कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी के बहुत से रिटायर्ड कर्मचारी पेंशनर्स कर्मचारी एसोसिएशन के प्रधान मान सिंह के नेतृत्व में धरने को समर्थन देने पहुँचे। उन्होंने बताया कि आज भारतीय मजदूर संघ की तरफ से ओम प्रकाश जिला उपप्रधान राज्य परिवहन कर्मचारी संघ अपने साथियो के साथ धरने पर मौजूद रहे। आज इसके अलावा भी कई संगठनो के पदाधिकारी भी लिपिक वर्ग के आंदोलन को समर्थन देने पहुँचे। लिपिक वर्ग ने अपने धरने के साथ साथ कर्मिक भूख हड़ताल भी जारी कर रखी है। आज भूख हड़ताल का ग्यारहवां दिन है। लिपिक वर्ग के कर्मचारियों में से विक्रमजी सिंह, टींकू शर्मा ,संजय,सोनू, भाग सिंह भूख हड़ताल पर रहे।आज धरने पर सभी विभागों से सैंकड़ों की संख्या में लिपिक वर्ग के कर्मचारी मौजूद रहे।