निगम के एसडीओ पर रेहड़ी लगाने वाली महिला की पिटाई का आरोप
टीम एक्शन इंडिया/मंडी/ खेमचंद शास्त्री
रेहड़ी-फ ड़ी मजदूर यूनियन मंडी ने नगर निगम मंडी के सहायक अभियंता पर सकोढी पुल के पास रेहड़ी लगाने वाली मजदूर और उसके मानसिक रूप में दिव्यांग बेटे के साथ मारपीट करने का आरोप लगाया है। जिसके विरोध में सोमवार 31 जुलाई को रेहड़ी-फ ड़ी मजदूर यूनियन प्रदर्शन करेगी। वहीं पर पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई अमल में न लाए जाने के विरोध में एसपी मंडी से शिकायत की जाएगी। यूनियन के प्रधान सुरेंद्र कुमार ने बताया कि महिला नगीना देवी को गंभीर चोटें आई हैं। लेकिन पुलिसए नगर निगम के अधिकारी व एक पार्षद इस मामले को दबाने में लगे हुए हैं। जबकि घायल महिला को गंभीर हालत बीती शाम यूनियन व परिवार के सदस्यों ने क्षेत्रीय अस्पताल मंडी में भर्ती करवाया है। हालांकि, मारपीट की यह घटना तीन दिन पूर्व की बताई जा रही है। लेकिन न तो नगर निगम मंडी और न ही स्थानीय पुलिस इस पर कोई कार्यवाई अमल में ला रही है।
बीती शाम नगीना देवी की हालत खराब हो गई, तो पुलिस ने उसका ईलाज कराने के लिए भी मना कर दिया। जिस पर परिवार के सदस्यों ने यूनियन की मदद से उसका सिटी स्कैन करवाया और अस्पताल में भर्ती करवा दिया। महिला की बहू सुंदरी देवी ने बताया की 27 जुलाई की शाम साढ़े 9 बजे मंडी नगर निगम के एसडीओ ने पहले नगीना के बेटे के साथ मारपीट की जो अपनी रेहड़ी के पास कूड़े का लिफफ रखने गया था। उसके बाद उसकी मां जो घायल है उसके साथ मारपीट की। उसने बताया कि पुलिस ने रात को रिपोर्ट दर्ज करने से मना कर दिया।
इस घटना की सूचना यूनियन के प्रधान को देने के बाद अगली सुबह 28 जुलाई को पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कराई और मेडिकल जांच भी करवाई गई। लेकिन पुलिस ने घायल महिला को मारपीट करने वाले एडीओ से समझौता करने के लिए दबाव डाला। जबकि पीड़िता और रहड़ी फड़ी मजदूर यूनियन मारपीट करने वाले कर्मचारी के विरुद्ध कार्रवार्ई करने की मांग कर रहे थे। रविवार सुबह अस्पताल के बाहर इस बारे यूनियन के प्रधान सुरेंद्र कुमार महासचिव प्रवीण कुमार, दीपक कुमार, चंद्रशेखर, मनी राम, राकेश कुमार, रमेश कुमार, सिकंदर, रेहाना अख्तर, मीना देवी, बिमला देवी, आशा आदि ने मीडिया से इस घटना की जानकारी दी। इस सारे प्रकरण पर यूनियन ने आपातकालीन बैठक आयोजित की। जिसमें निर्णय लिया गया कि सोमवार को निगम कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया जाएगा और पुलिस अधीक्षक से भी शिकायत की जाएगी।