लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के प्रत्याशियों में से 21 प्रतिशत प्रत्याशियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज
नई दिल्ली
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए मैदान में उतरे प्रत्याशियों में से 21 प्रतिशत प्रत्याशियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं जबकि 14 प्रतिशत प्रत्याशियों ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज होने की पुष्टि की है। एसोसिएशन आफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ए.डी.आर.) द्वारा चुनाव में खड़े 1198 प्रत्याशियों में से 1192 प्रत्याशियों के हलफनामों का अध्ययन करने के बाद यह रिपोर्ट जारी की गई है। ए डी आर की रिपोर्ट के मुताबिक चुनाव में खड़े प्रत्याशियों में से 33 प्रतिशत प्रत्याशी करोड़पति हैं और उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 5.17 करोड़ रूपए है। ए.डी. आर. की रिपोर्ट के मुताबिक दूसरे चरण में खड़े प्रत्याशियों में से 250 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं जबकि 167 प्रत्याशी ऐसे हैं जिनके खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। पहले चरण के लिए मैदान में उतरे 1625 उम्मीदवारों में से 252 के खिलाफ आपराधिक मामले थे जबकि 161 के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामलों की जानकारी दी गई थी। लोक सभा चुनाव के दूसरे चरण में 13 राज्यों की 89 सीटों पर 26 अप्रैल को मतदान होना है।
भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ 243 आपराधिक मामले
वायनाड सीट से भाजपा के प्रत्याशी के सुरेंद्रन के खिलाफ सबसे ज्यादा 243 आपराधिक मामले हैं जबकि 143 के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज है दूसरे नंबर पर भी एर्नाकुलम सीट से भाजपा के प्रत्याशी डाक्टर के. एस. राधा कृष्णन हैं जिनके खिलाफ 211 आपराधिक मामले हैं इनमे से 5 मामले गंभीर अपराध के हैं जबकि तीसरे नंबर पर केरला की इड्डुड्की सीट से खड़े कांग्रेस के प्रत्याशी डीन कुरियाकोस हैं उनके खिलाफ 88 आपराधिक मामले हैं और इनमें से 23 शिवसेना उध्दव बाळासाहेब ठाकरे समाजवादी पार्टी मामले गंभीर अपराध के हैं। 32 प्रत्याशियों ने विभिन्न मामलों में उन्हें सजा होने की जानकरी दी है जबकि 3 प्रत्याशी ऐसे हैं जिनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज है जबकि 24 प्रत्याशियों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज है। 25 प्रत्याशियों के खिलाफ महिला के विरुद्ध अपराध का मामला है और इनमें से एक के खिलाफ बलात्कार की धार के तहत भी मामला दर्ज है। 21 उम्मीदवारों के खिलाफ हेत स्पीच के मामले दर्ज हैं।
सपा और सी.पी.आई. के सारे उम्मीदवारों के खिलाफ मामले
दूसरे चरण के लिए मैदान में उतरे सी.पी.आई के 5 (100%) समाजवादी पार्टी के 4 (100%), सी.पी.आई.एम. के 18 में से 14 (78%), शिव सेना के 3 में से 2 (67%), कांग्रेस के 68 में से 35 (51%), शिव सेना उद्धव ठाकरे के 4 में से 2 (50%), भाजपा के 71 में से 39 (45%) और जनता दल के 5 में से 2 (40%) उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं।
622 करोड़ की संपत्ति के साथ कांग्रेस के प्रत्याशी वेंकटरमाने गौड़ा सबसे अमीर प्रत्याशी
कर्नाटक की मांड्या सीट से चुनाव मैदान में उतरे कांग्रेस के प्रत्याशी वेंकटरमाने गौड़ा 622 करोड़ रुपए की संपत्ति के साथ सबसे अमीर प्रत्याशी हैं जबकि कर्नाटक की ही बेंगलरु रूरल सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी डी के सुरेश 593 करोड़ की संपत्ति के साथ दूसरे सबसे अमीर प्रत्याशी हैं। तीसरे नंबर पर उत्तर प्रदेश की मथुरा सीट पर भाजपा की प्रत्याशी हेमा मालिनी हैं जिन्होंने अपनी संपत्ति 278 करोड़ रुपए बताई है।
क्षेत्रीय पार्टियों के सरे प्रत्याशी करोड़पति
करोड़पति प्रत्याशियों के मामले में क्षेत्रीय पार्टियों के उम्मीदवार कांग्रेस और भाजपा जैसी राष्ट्रीय पार्टियों के मुकाबले ज्यादा अमीर हैं। जनता दल, तृणमूल कांग्रेस, शिव सेना, शिव सेना उद्धव ठाकरे और समाजवादी पार्टी के सारे प्रत्याशी करोड़ पति हैं जबकि भाजपा के 93, कांग्रेस के 91 प्रतिशत, सी.पी.आई.एम. के 61 और सी.पी.आई. के 40 प्रतिशत प्रत्याशी करोड़पति हैं।