
हिरासत में डल्लेवाल और पंढेर, किसानों को जबरन हटाकर नेशनल हाईवे खोला जाएगा, जवानों ने संभाला मोर्चा
चंडीगढ़
पंजाब वित्तमंत्री हरपाल सिंह चीमा की ओर से किसानों पर किसी भी तरह की सख्ती न करने के बयान के कुछ ही समय बाद संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के नेता सरवन सिंह पंढेर और पिछले चार महीनों से अनशन पर बैठे हुए जगजीत सिंह डल्लेवाल को मोहाली पुलिस ने डिटेन कर लिया है। यह उस समय हुआ दोनों फोरम के नेता अपने साथियों के साथ शंभू और खनौरी मोर्च पर लौट रहे थे। सरवन सिंह पंढेर को जेल में ले जाया जाएगा। जबकि, जगजीत सिंह डल्लेवाल को किसी अस्पताल में दाखिल करवाया जाएगा। अनशन पर बैठे रहने से उनकी सेहत काफी कमजोर है।
'दोनों मोर्च आज रात हटा दिए जाएंगे'
पंजाब पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि दोनों मोर्चे आज रात तक हटा दिए जाएंगे। पुलिस पहले वहां मौजूद किसानों से अपील करेगी कि वे मोर्चे को खुद ही छोड़कर चले जाएं। अगर वे ऐसा नहीं करते तो उन्हें जबरन हटाकर नेशनल हाईवे को खोला जाएगा। जो पिछले एक साल से बंद है।
ऐसा आज सुबह से ही तय था कि इस प्रकार की कार्रवाई हो सकती है। साफ है कि यह रणनीति केंद्र और पंजाब सरकार के अधिकारियों के साथ मिलकर तय की गई थी।पुलिस ट्रेनिंग सेंटर लड्डा कोठी और मोहाली-बनूड़ रोड़ पर आज सुबह से ही भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई थी। यह भी सूचना थी कि पुलिस ने दोनों मोर्चों के आसपास के सारे इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं।
नेशनल हाईवे खोलना चाहती है सरकार
सरकार आज हर हालत में शंभू बॉर्डर पर बैठे किसानों को उठाकर नेशनल हाईवे को खोलना चाहती है। इसलिए मोहाली-बनूड़ पर लगाई गई पुलिस फोर्स को मोर्चा स्थल पर भेज दिया गया है। यह बॉर्डर पिछले साल से ज्यादा समय से बंद है। किसानों के धरने के कारण हरियाणा पुलिस की ओर से बैरिकेडिंग करके इस रास्ते को बंद कर दिया गया है। किसान नेता काका सिंह कोटडा और मनजीत सिंह धनेर ने केंद्रीय मंत्रियों के साथ बैठक के बाद कहा था कि उन्होंने बैठक खत्म होने के बाद पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां, खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री लालचंद कटारू चक्क के साथ बैठक में इस मुद्दे को उठाया था। लेकिन दोनों मंत्रियों ने किसान नेताओं को आश्वस्त किया था कि ऐसा नहीं होगा। यह पुलिस बल तो सरकार की ड्रग्स के खिलाफ चल रही मुहिम के चलते लगाया गया है। हालांकि, किसान नेता सरवन सिंह पंढेर का कहना था कि हमें आशंका है कि सरकार ऐसा कर सकती है इसलिए हमने सैकड़ों किसानों से शंभू और खनौरी बॉर्डर पर पहुंचने के लिए कहा है।