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दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी की घेराबंदी भी की जा रही, जाने क्यों

नई दिल्ली
2001 में संसद भवन पर हुए हमले की 23वीं बरसी पर उन शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई जिन्होंने अपने प्राणों को न्योछावर करके आतंकवादियों के मंसूबों को नाकाम किया था। संसद भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, विपक्ष के नेता राहुल गांधी समेत सभी दलों के सांसदों ने श्रद्धांदलि दी। सोशल मीडिया पर भी कई शख्सियतों ने शहीदों के प्रति कृतज्ञता जाहिर की। इस बीच दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी की घेराबंदी भी जा रही है। आम आदमी पार्टी (आप) से बगावत कर चुकीं सांसद स्वाति मालीवाल और भाजपा नेताओं ने आतिशी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के माता-पिता ने संसद हमले के दोषी अफजल गुरु को बचाने की कोशिश की थी।

आप की राज्यसभा सांसद ने शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनके बलिदान को देश कभी नहीं भूलेगा। इसके साथ ही उन्होंने आतिशी को उनके माता-पिता को लेकर घेरा। उन्होंने कहा, 'दिल्ली की सीएम आतिशी मार्लेना जी के माता पिता ने इस आतंकी हमले के मास्टरमाइंड अफजल गुरु को बचाने के लिए माफी याचिकाएं डाली, राष्ट्रपति को पत्र लिखे, कोर्ट में लंबी लड़ाई लड़ी। आज उन्हें माफी मांगनी चाहिए और खुलकर बोलना चाहिए की अफजल गुरु एक आतंकी था। ये हमला सिर्फ संसद पर नहीं, बल्कि इस देश के लोकतंत्र पर था।'

गौरतलब है कि आतिशी के पिता पिता विजय सिंह और मां तृप्ता वाही दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रोफेसर रहे हैं। आतिशी को सीएम बनाए जाने के मौके पर भी मालीवाल ने यह मुद्दा उठाया था और कहा था कि आतिशी के माता-पिता ने आतंकवादी अफजल गुरु को बचाने के लिए लड़ाई लड़ी थी। उन्होंने फांसी की सजा माफ कराने के लिए राष्ट्रपति के सामने याचिका दायर की थी।

दिल्ली भाजपा के उपाध्यक्ष कपिल मिश्रा ने कहा कि दिल्ली इस बात को भूल नहीं सकती है कि आतिशी के माता-पिता ने अफजल गुरु को बचाने के लिए अभियान चलाया। उन्होंने एक्स पर लिखा, 'आज के दिन संसद भवन पर आतंकवादियों ने हमला किया था। हमले का मास्टरमाइंड था अफजल गुरु। उस हत्यारे आतंकी अफजल गुरु को बचाने के लिए आतिशी मार्लेना के माता पिता ने अभियान चलाया था, अफजल को फांसी होने पर फूट-फूट कर रोए थे। दिल्ली भूलेगी नहीं।'

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