नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर आज आरोप लगाया कि दिल्ली बाढ़ की चपेट में है और दिल्ली के मुख्यमंत्री खुद कुछ करने की बजाय केन्द्र सरकार, उपराज्यपाल, सेना और एनडीआरएफ पर साजिश करने का आरोप लगा रहे हैं।
भाजपा के प्रवक्ता गौरव भाटिया और पश्चिमी दिल्ली के सांसद प्रवेश वर्मा ने आज यहां पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दिल्ली बाढ़ की चपेट में आ चुकी है और यहां के नागरिकों को असुविधा हो रही है, जगह-जगह पानी जमा हुआ है। ऐसी स्थिति में केंद्र सरकार, भारतीय सेना, उपराज्यपाल का कार्यालय और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमें दिन-रात एक कर जनता की सेवा में लगी हैं तो दूसरी ओर अरविंद केजरीवाल की सरकार और उनके मंत्री हैं, जो दोषारोपण करने में लगे हैं।
भाटिया ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने साबित कर दिया कि वह न केवल बेईमान हैं, बल्कि बड़े ‘बहानेबाज’ भी हैं। दिल्ली में जल संकट आया है और आम आदमी पार्टी के नेता व मंत्री बता रहे हैं कि गलती हरियाणा सरकार की है जबकि दिन रात जनता की सेवा में लगी भारतीय सेना, केंद्र सरकार, उपराज्यपाल और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमें षड्यंत्र कर रही हैं, और ‘शीशमहल’ में बैठकर एसी का आनंद ले रहे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सही हैं।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि यहां तक कि कोविड काल के दौरान भी, यह केंद्र सरकार ही थी जो यह सुनिश्चित कर रही थी कि लोगों को उस चरम स्थिति से लड़ने के लिए सभी सुविधाएं मिलें, केजरीवाल उस समय भी दोषारोपण के अलावा किसी काम में नहीं लगे थे। उन्होंने कहा कि पिछले 9 वर्षों में यमुना को साफ करने के लिए 6800 करोड़ रुपये खर्च हुए। ये जो डिसिल्टिंग यानी नदी में से गाद हटाने का काम है, वो सिंचाई विभाग के अंतर्गत आता है। श्री केजरीवाल पहले यह बताएं कि वह यमुना की डिसिल्टिंग क्यों नही कर पाए।
उन्होंने सवाल किया कि पिछले साल भी भाजपा ने ये मुद्दा उठाया और आपसे पूछा कि डिसिल्टिंग क्यों नहीं हो रही है? इससे बाढ़ आने का खतरा है, लेकिन आपने उसका संज्ञान भी नहीं लिया। उन्होंने कहा कि आज दिल्ली में सरकार आप की, दिल्ली जल बोर्ड आप का, दिल्ली नगर निगम आप का इसके बाद भी दोषारोपण दूसरों पर… ऐसा क्यों।