दिल्ली के हैल्थ प्रोफेशनल ने निकाला न्याय मार्च, दी भावभीनी श्रद्धांजलि
टीम एक्शन इंडिया
नई दिल्ली: कलकत्ता में एक डॉक्टर और उत्तराखंड में एक नर्सिंग अधिकारी के साथ अत्याचार और बर्बरता पूर्ण हत्या के विरोध में, असली दोषियों को तुरंत गिरफ्तार करने, नारी सम्मान व सभी हेल्थ प्रोफेसनल की सुरक्षा, जन स्वास्थ्य सेवा के सुदृढ़ीकरण, विस्तारीकरण करने और निजीकरण, आउटसोर्सिंग पर रोक लगाने की मांग पर आज सैकड़ो हेल्थ प्रोफेशनल ने जीबी पंत अस्पताल से लेकर मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल में स्थित शहीद स्थल तक न्याय मार्च निकाला।
एनपीएचए पर आह्वान पर यूनियनें और कर्मचारी शामिल हुए जिसमें मुख्यत: नर्सिंग एसोसिएशन जीबी पंत अस्पताल, पैरामेडिकल टेक्निकल एम्पलाइज यूनियन जी.बी.पंत अस्पताल, जीबी पंत हॉस्पिटल कर्मचारी यूनियन 3103, पैरामेडिकल टेक्निकल एम्पलाइज यूनियन लोक नायक अस्पताल, लोकनायक अस्पताल कर्मचारी यूनियन 717, रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन जीबीपंत, मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज वर्कर्स यूनियन, लोकनायक अस्पताल नर्सिंग यूनियन, डेंटल मेडिकल कॉलेज कर्मचारी यूनियन, दिल्ली रेडियोग्राफर यूनियन, एससी एसटी ओबीसी कर्मचारी यूनियन, दिल्ली ओटी टेक्नीशियन एसोसिएशन सभी के द्वारा दुखी मन से संवेदना व्यक्त करते हुए शहीद स्थल पर सबसे पहले 2 मिनट का मौन रख कर श्रद्धांजलि दी गई और एक प्रस्ताव पारित किया गया।
इसमें कहा गया कि उत्तराखंड की नर्सिंग अधिकारी और पश्चिम बंगाल के कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कालेज और अस्पताल में एक डॉक्टर के साथ हुए जघन्य अपराध और हत्या दिल को अंदर तक झंझोरने वाली जघन्य घटना है। इस घटना से न केवल हम स्वास्थ्य कर्मी, डॉक्टर, नर्सिस व पैरामेडिकल से जुड़े लोग बेहद दुखी और उत्तेजित हैं बल्कि हर विवेकशील इंसान का मन परेशान और दुखी है।
इस मौके पर संजय डिल्लौर और सुजाता मखीजा, पवन वर्मा, विकास, दिनेश मिश्रा ने अपने विचार रखे। मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के हैल्थ प्रोफेसनल अजवेंदर सिंह सभी हेल्थ प्रोफेशनल को एनपीएचए के द्वारा एकजुट करने के प्रयास की प्रशंसा करते हुए डॉक्टरों की मांग का समर्थन किया।
नेशनल पब्लिक हेल्थ एलाइंस के अध्यक्ष विजय कुमार ने संबोधित करते हुए कहा कि अस्पतालों में रेजिडेंट डॉक्टर पैरामेडिकल, नर्सिंग अधिकारी और अन्य स्टाफ अपना काम बड़ी ईमानदारी से करता है लेकिन सुरक्षा देना सरकार का नैतिक जिम्मेदारी बनती है।