हिमाचल प्रदेश

एनजीओ भवन परिसर में आयोजित किया गया जिला स्तरीय समारोह

टीम एक्शन इंडिया/ हमीरपंव्द्घर/ विवेकानंद वशिष्ठ
एडीसी मनेश यादव ने कहा है कि सभी अधिकारी-कर्मचारी अपने-अपने कार्यस्थलों, सार्वजनिक स्थलों और संस्थानों में दिव्यांगजनों की संव्द्घविधा के लिए कंव्द्घछ छोटे-छोटे आवश्यक प्रबंध करके इन लोगों की बहंव्द्घत बड़ी मदद कर सकते हैं।
हमीरपंव्द्घर के एनजीओ भवन परिसर में आयोजित किया गया जिला स्तरीय समारोह इससे दिव्यांगजनों को बहंव्द्घत संव्द्घविधा होगी और वे कई महत्वपूर्ण काम स्वयं करने में सक्षम होंगे। वे इन कार्यों के लिए किसी दूसरे व्यक्ति पर आधारित नहीं रहेंगे। रविवार को अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगता दिवस के उपलक्ष्य पर यहां एनजीओ भवन के परिसर में आयोजित जिला स्तरीय समारोह की अध्यक्षता करते हंव्द्घए मनेश यादव ने कहा कि सभी कार्यालयों, संस्थानों और सार्वजनिक स्थलों पर दिव्यांगजनों की पहंव्द्घंच को आसान बनाने के लिए सरकार की ओर से भी विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।

कार्यालयों, संस्थानों और सार्वजनिक स्थलों पर दिव्यांगजनों की पहंव्द्घंच हो आसान उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों के कल्याण एवं उत्थान तथा उनके अधिकारों की रक्षा के लिए सरकार की ओर से कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई गई हैं तथा कंव्द्घछ अधिनियम भी बनाए गए हैं। इन योजनाओं और अधिनियमों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए, ताकि सभी दिव्यांगजन इनका लाभ उठा सकें। दिव्यांग बच्चों के शिक्षण-प्रशिक्षण से संबंधित संस्थाओं की सराहना करते हंव्द्घए एडीसी ने कहा कि इन्हें जिला प्रशासन की ओर से भी हरसंभव सहायता प्रदान की जा रही है। उन्होंने बताया कि उपायंव्द्घक्त कार्यालय परिसर हमीरपंव्द्घर में स्थापित जिला दिव्यांगता पंव्द्घनर्वास केंद्र डीडीआरसी में दिव्यांगजनों को कृत्रिम अंग एवं उपकरण प्रदान किए जाते हैं। दिव्यांगजनों को इस केंद्र का लाभ भी उठाना चाहिए। एडीसी ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगता दिवस को केवल एक रस्म अदायगी के रूप में ही नहीं मनाया जाना चाहिए, बल्कि हमें इन लोगों के प्रति अपनी आम दिनचर्या में संवेदनशीलता दिखानी चाहिए।

इस अवसर पर जिला कल्याण अधिकारी गीता मरवाहा ने एडीसीए अन्य अधिकारियों, विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारियों और दिव्यांगजनों का स्वागत किया तथा अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगता दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला। समारोह में पहचान संस्था के विशेष स्कूल के बच्चों और अन्य दिव्यांगजनों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तंव्द्घत किए। दिव्यांग बच्चों के लिए विभिन्न प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गईं। एडीसी ने विभिन्न संस्थाओं द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। इस प्रदर्शनी में दिव्यांगजनों द्वारा तैयार किए गए उत्पाद प्रदर्शित किए गए। एडीसी ने 18 दिव्यांगजनों को जिला दिव्यांगता पंव्द्घनर्वास केंद्र की ओर से कृत्रिम अंग, व्हील चेयर्स और अन्य उपकरण प्रदान किए।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button