
महिला वर्ल्ड कप 2025 में चमकी दिव्या देशमुख, दर्ज की यादगार जीत
बातुमी
जॉर्जिया के बातुमी शहर में चल रहे महिला विश्व कप के चौथे राउंड का पहला मुक़ाबला भारतीय खिलाड़ियों के लिए शानदार रहा। भारत की अंतरराष्ट्रीय मास्टर दिव्या देशमुख ने सफेद मोहरों से शानदार बाज़ी खेलते हुए अपनी चीनी प्रतिद्वंद्वी जिनेर झू को मात दी। यह दिव्या की जिनेर झू पर क्लासिकल शतरंज में पहली जीत है। जिनेर विश्व की नंबर 6 महिला खिलाड़ी हैं और वह भी दिव्या की तरह ही चीन की एक शानदार प्रतिभा बनकर उभर रही हैं, पर दिव्या ने इस जीत के साथ अब आगे की राह थोड़ी आसान ज़रूर कर ली है और उन्हें क्वार्टर फाइनल में जाने के लिए अब केवल एक ड्रॉ की आवश्यकता होगी।
अन्य मुकाबलों में भारत की नंबर एक महिला खिलाड़ी कोनेरू हम्पी ने स्विट्ज़रलैंड की एलेक्ज़ान्द्रा कोस्टेनियुक को काले मोहरों से ड्रॉ पर रोका, तो वहीं हरिका द्रोणावल्ली ने ग्रैंडमास्टर कैटेरीना लागनों को और ग्रैंडमास्टर वैशाली ने कज़ाख़िस्तान की मेरुएर्त कामालिदेनोवा को ड्रॉ पर रोका। चौथे राउंड की दूसरी बाज़ियाँ आज खेली जाएँगी।
दिव्या देशमुख (भारत) बनाम जिनेर झू (चीन)
भारत की दिव्या देशमुख अपनी चीनी प्रतिद्वंद्वी जिनेर झू से इससे पहले दो क्लासिकल मुकाबले खेल चुकी हैं, पर दोनों ही मुकाबलों में दिव्या को काले मोहरों से खेलते हुए हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन विश्व कप के चौथे राउंड के पहले मुकाबले में दिव्या ने यह साबित कर दिया कि उन्हें न तो पुरानी हारों का और न ही बड़े मंच का कोई दबाव रहता है। सफेद मोहरों से खेलते हुए दिव्या ने 1.e4 खेलने का निर्णय लिया, जिसके जवाब में जिनेर ने सिसिलियन डिफेंस खेला।
लगभग 20वीं चाल के बाद चंद चालों में ही दोनों खिलाड़ियों ने अपने लगभग सारे मोहरे लड़ लिए और 31वीं चाल पर दिव्या के पास बचा तो केवल एक घोड़ा और वज़ीर, वहीं जिनेर के पास ऊँट और वज़ीर। घोड़े और वज़ीर की मदद से दिव्या ने जिनेर पर ज़बरदस्त आक्रमण किया और चीनी खिलाड़ी दिव्या को रोकने में नाकाम नज़र आईं और 49वीं चाल पर उन्होंने अपनी हार स्वीकार की। दिव्या की सफेद मोहरों से यह जीत काफी बड़ी और ज़रूरी भी है और अब आज होने वाली बाज़ी में उन्हें काले मोहरों से शानदार खेल दिखाना होगा।