बिलहरा में आयोजित नारी शक्ति वंदन कार्यक्रम में पहुंचे डा. मोहन यादव ने भाईदोज पर बहनों से अपनी कलाई पर धागा बंधवाया
सागर
बेटियों के बीच पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पहचान मामा के रूप में जगजाहिर है। कुछ इसी तरह का कदम मंगलवार को होली भाईदूज पर मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने बढ़ाया है। सागर के सुरखी विस क्षेत्र के बिलहरा में आयोजित नारी शक्ति वंदन कार्यक्रम में पहुंचे डा. मोहन यादव ने भाईदोज पर बहनों से अपनी कलाई पर धागा बंधवाया। मुख्यमंत्री का एक हाथ धागों से भर गया तो उन्होंने दूसरे हाथ में भी स्नेह की डोर बंधवाई। यहां उपस्थित लोगों ने हम सबके भैया, मोहन भैया के नारे लगाए गए।
लाड़ली बहना योजना न तब बंद हुई न होगी
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आज बहनों के माध्यम से माथे पर लगने वाला तिलक और हाथ में बंधने वाला धागा हमारी शक्ति का आधार बनेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस वाले कहते थे कि लाड़ली बहना योजना केवल चुनाव तक रहेगी, बाद में बंद हो जाएगी। पैसे नहीं हैं, इतने पैसे कहां से लाओगो? हमने तब भी कहा था और आज भी कह रहे हैं कि झूठ बोलना भाजपा वालों की पहचान नहीं है। लाड़ली बहना योजना न तब बंद हुई, न आज बंद हुई, न अगले चुनाव तक बंद होगी। बहनों के लिए सभी योजनाएं जारी रहेंगी। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति जीओ और जीने दो की है। यह सभी को प्यार करना सिखाती है, इसीलिए दूसरे देश भी हमारी ओर देखते हैं।
मंच पर केवल मुख्यमंत्री व मंत्री, अन्य बड़े नेताओं को अलग बैठाया
बिलहरा में होली भाईदूज पर हुए नारी शक्ति वंदन कार्यक्रम के मंच पर महिलाओं के साथ केवल मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव और कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत को स्थान दिया गया। इनके अलावा मंच पर केवल महिलाएं ही मौजूद रहीं। सागर और प्रदेशभर से आए अन्य नेताओं को मंच पर जगह नहीं दी गई थी। उनको अलग बैठाया गया था। कैबिनेट मंत्री राजपूत ने कहा कि भाईदूज का दिन केवल मुख्यमंत्री व उनकी बहनों के लिए है। मैं केवल इस क्षेत्र का विधायक होने के नाते मंच पर मौजूद हूं। वहीं, मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का कहना है कि 2029 से 33 प्रतिशत महिलाओं को लोकसभा के चुनाव में टिकट दिया जाएगा, लेकिन सागर का यह सौभाग्य है कि इस बार भी यहां से महिला प्रत्याशी डा. लता वानखेड़े मैदान में हैं। उन्होंने मातृ शक्ति का वंदन कर अधिक से अधिक मतदान की बात कही।