धनबाद में ED का ऐक्शन, बीसीसीएल धनबाद के पूर्व जीएम फूल कुमार दुबे समेत आठ पर मनी लाउंड्रिंग का केस
धनबाद
बीसीसीएल धनबाद के अंतर्गत कुइया ओपन कास्ट प्रोजेक्ट में हुए 22.16 करोड़ रुपए के फर्जीवाड़े को लेकर प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) ने तत्कालीन जीएम फूल कुमार दुबे समेत आठ पर मनी लाउंड्रिंग का केस किया है। ईडी ने साल का दूसरा केस भी धनबाद जिले से ही जुड़े मामले में किया है। इस फर्जीवाड़े को लेकर सीबीआई धनबाद की शाखा ने जनवरी 2019 में केस दर्ज किया था। ईडी ने छह साल बाद मनी लाउंड्रिंग मामले में केस दर्ज किया है।
आरोप है कि 2015-18 की अवधि के दौरान बीसीसीएल के बड़े अधिकारियों ने माप पुस्तकों, रिकॉर्ड और बिलों में गलत प्रविष्टि दर्ज कर 35,30769 क्यूबिक मीटर तक ओवरबर्डन (ओबी) का अधिक निष्कासन दिखाया। इससे बीसीसीएल को 22.16 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। अधिकारियों ने अपने पद का दुरुपयोग करके मेसर्स एटी लिब्रा बीपीएल(जेवी), धनबाद को लाभ पहुंचाने के लिए उसके पक्ष में काम किया था। इस घोटाले का खुलासा सीएमपीडीआई, रांची के अधिकारियों, कोल इंडिया लिमिटेड-बीबीसीएल धनबाद के सतर्कता विभाग के अधिकारियों की एक टीम की संयुक्त औचक निरीक्षण के दौरान हुआ था।
ईडी ने इनपर दर्ज किया मनी लाउंड्रिंग का केस
ईडी ने मनी लाउंड्रिंग मामले में बीसीसीएल धनबाद के बस्ताकोला क्षेत्र के तत्कालीन महाप्रबंधक फूल कुमार दुबे, अपर महाप्रबंधक अरविंद कुमार झा, तत्कालीन क्षेत्र सर्वेक्षण अधिकारी मृत्युंजय कुमार सिंह, कुइया ओपन कास्ट परियोजना के तत्कालीन परियोजना पदाधिकारी विष्णु कांत झा, तत्कालीन कोलियरी प्रबंधक निमाई चंद्र घोष, तत्कालीन कोलियरी प्रबंधक अरुण कुमार, तत्कालीन कोलियरी सर्वेयर ललन कुमार सिंह एवं मेसर्स एटी- लिब्रा बीपीएल (जेवी) को आरोपी बनाया है।