छत्तीसगढ़ में पीएमश्री योजना के तहत शिक्षा व्यवस्था को और बेहतर बनाने के प्रयास
रायपुर
शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने अज्ञैर स्कूली बच्चों के समग्र विकास के प्रयास तेजी से किए जा रहे हैं। जल्द ही पीएमश्री स्कूलों में म्यूजिकल बैंड की स्थापना की जाएगी। इन स्कूलों में छात्र-छात्राओं को वर्तमान समय के हिसाब से संगीत के उपकरण दिए जाएंगे, जहां सिखाने के साथ ही प्रार्थना भी म्यूजिक के माध्यम से की जाएगी। शिक्षा विभाग ने स्कूलों में संगीत के उपकरण भेजने की तैयारी की है।
पीएमश्री योजना के सफल क्रियान्वयन से राज्य के 341 स्कूलों में शिक्षा और अध्ययन-अध्यापन का माहौल बेहतर हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई पीएमश्री योजना के तहत स्कूली विद्यार्थियों के भविष्य को गढ़ने और तराशने का कार्य किया जा रहा है।
अधिकारियों का कहना है कि पीएमश्री योजना में शामिल राजनांदगांव की डुंडेरा शासकीय प्राथमिक शाला, इस योजना की सफलता की एक बानगी मात्र है। पीएमश्री योजना के माध्यम से इस शाला के कायाकल्प को देखकर ही सुखद अनुभूति होती है।
इसका एहसास यहां के स्कूली बच्चों के चेहरे पर आई मुस्कान को देखकर सहज ही होता है। इस स्कूल को ग्रीन स्कूल की तर्ज पर विकसित किया गया है। स्वच्छ और हरे-भरे वातावरण के लिए स्कूल परिसर में पौधे रोपित किए गए हैं। स्कूल के फर्श पर सुंदर टाइल्स लगाए गए हैं। दीवारों पर ज्ञानवर्धक खूबसूरत पेटिंग बनाई गई हैं।
इन स्कूलों में है तमाम सुविधाएं
कमोबेश अन्य पीएमश्री स्कूलों में यही स्थिति है। यहां स्मार्ट क्लास, खेल मैदान, म्यूजिक क्लास रूम, मध्याह्न भोजन की सुविधा है। स्कूल में पीएमश्री मुस्कान पुस्तकालय भी है, जहां दीवारों में उकेरी गई पेंटिग और प्रेरक पंक्तियां बच्चों को पाठ्य पुस्तकों को पढऩे के लिए प्रेरित करती हैं।
ग्रंथालयों में मिसाईल मैन और देश के पूर्व राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम की पंक्तियां एक अच्छी पुस्तक हजार दोस्तों के बराबर होती है, जबकि एक अच्छा दोस्त एक ग्रंथालय के बराबर होता है, जैसी प्रेरणादायक पंक्तियां लिखी हुई है। स्कूल में बच्चों के लिए पर्याप्त खेल सामग्री एवं म्यूजिकल उपकरण उपलब्ध है।
पांचवीं तक के बच्चों की स्थानीय बोली में पढ़ाई
नई शिक्षा नीति के तहत कक्षा 5वीं तक बच्चों को स्थानीय भाषा-बोली में शिक्षा दिए जाने का प्रविधान किया गया है। प्रदेश के 341 स्कूलों में पीएमश्री योजना शुरू की गई है, जिसके तहत इन स्कूलों को माडल स्कूल के रूप में विकसित किया जा रहा है।
इस योजना के तहत स्कूलों में स्थानीय भाषाओं के साथ-साथ रोबोटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस जैसे आधुनिक विषयों को भी पढ़ाया जाएगा। पीएमश्री स्कूल अंतर्गत आदिवासी बहुल इलाकों में भी स्कूलों को अपग्रेड किया रहा है, जिससे इन क्षेत्रों के बच्चों को भी आधुनिक, ज्ञानपरक और कौशल युक्त शिक्षा मिल रही है।