बिजली कंपनी के अधिकारियों दिल्ली और मुंबई जाकर लिया साइबर सिक्योरिटी पर प्रशिक्षण
इंदौर
मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी साइबर अटैक से बचाव के लिए पुख्ता प्रबंध कर रही है। बिजली कंपनी में लाखों उपभोक्ताओं की निजी जानकारियां है। साथ ही आनलाइन बिलिंग और भुगतान सिस्टम के लागू होने के बाद डाटा कि सुरक्षा को लेकर चिंता लगातार बढ़ती जा रही है। बिजली कंपनी के अधिकारियों के दल को बीते दिनों साइबर सिक्योरिटी पर प्रशिक्षण के लिए कंपनी ने दिल्ली और मुंबई भेजा था। अब अधिकारी न केवल पश्चिम क्षेत्र वितरण कंपनी में साइबर सिक्योरिटी के प्रबंध करेंगे बल्कि अन्य बिजली कंपनियों को भी इस बारे में सुझाव देंगे।
पश्चिम क्षेत्र वितरण कंपनी ने कहा कि बिलिंग, विद्युत वितरण, डाटा आदि को लेकर सजगता एवं भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार कार्य किया जा रहा है। प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने बताया कि अप्रैल में कंपनी के अधिकारियों ने नई दिल्ली एवं मुंबई में अभा स्तर की ट्रेनिंग लेकर साइबर अटैक से बचाव को लेकर तौर तरीके समझे हैं।
ऊर्जा सचिव व कंपनी के चेयरमैन रघुराज एमआर ने भी इस दिशा में कंपनी के अधिकारियों को निर्देश दिए है। तोमर ने बताया कि साइबर सुरक्षा को लेकर गाइड लाइन के अक्षरशः पालन और नई दिल्ली, मुंबई में साइबर अटैक से बचाव के लिए दी गई ट्रेनिंग में उल्लेखित बातों, अनुशंसाओं का भी पालन किया जाएगा। कंपनी क्षेत्र में करीब साठ लाख उपभोक्ताओं के साथ ही अन्य विभागीय कार्यों की करोड़ों फाइलें, डाटा है, ऐसे में सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल है।
पोलिंग बूथों के लिए हो बिजली व्यवस्था
मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने सोमवार को कंपनी के विभाग प्रमुखों की बैठक में निर्देश दिए कि मालवा निमाड़ के सभी 15 जिलों में लोकसभा चुनाव में बूथों की बिजली व्यवस्था को लेकर गंभीरता बरती जाए। यदि किसी बूथ पर बिजली का स्थाई कनेक्शन नहीं है, तो वहां अस्थाई कनेक्शन मतदान से दो-तीन दिन पूर्व हर हाल में दिया जाए।
कंपनी के अधीक्षण यंत्री, कार्यपालन यंत्री जिला निर्वाचन अधिकारी, उप जिला निर्वाचन अधिकारी एवं सहायक निर्वाचन अधिकारी से सतत संपर्क में रहे। मतदान सामग्री स्थल, ईवीएम स्टोर रूम, प्रशिक्षण स्थल व लोक सभा चुनाव से जुड़े अन्य शासकीय कार्यालयों में बिजली की निर्बाध आपूर्ति हो।
प्रबंध निदेशक ने भीषण गर्मी को देखते हुए पेयजल स्त्रोतों की बिजली वितरण व्यवस्था पर निगाह रखने को कहा, उन्होंने कहा कि बिजली के कारण कही व्यवस्था प्रभावित न हो, इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए।