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मेले व उत्सव हमारी प्राचीन संस्कृति की पहचान :मधुसूदन
मंडी/खेमचंद शास्त्री
मेले और उत्सव हमारी प्राचीन संस्कृति की पहचान है। इस धरोहर को संजोकर रखने के लिए युवा वर्ग को इसके बारे में परिचित करवाना होगा। अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव की सांस्कृतिक संध्या में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे डीआईजी मधुसूदन ने यह शब्द कहे। उन्होंने कहा कि हमारी देव संस्कृति में उत्सव व त्यौहार है एकता भाईचारे और सद्भावना का संदेश देते हैं। प्राचीन संस्कृति को सहेजने में यहां मेले और उत्सव सहायक सिद्ध होते हैं। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि मेला विश्व भर में ख्याति प्राप्त है तथा इस मेले के दौरान जो देवताओं का संगम और उनका मिलन देखा जाता है, वह अकल्पनीय है। उन्होंने कहा कि देव भूमि हिमाचल का प्रत्येक नागरिक भी देव तुल्य है तथा इस देव संस्कृति को आगे ले जाने का काम युवा वर्ग के कंधों पर है। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक मंडी शालिनी अग्निहोत्री ने उन्हें टोपी, शॉल और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर उपायुक्त अरिंदम चौधरी, अतिरिक्त उपायुक्त निवेदिता नेगी, एसडीएम रितिका जिंदल सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।