प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक राशिद खान का निधन, कोलकाता के अस्पताल में ली आखिरी सांस
कोलकाता
कोलकाता के ईस्टर्न बाईपास के एक निजी अस्पताल में भर्ती प्रसिद्ध शास्त्रीय संगीत गायक उस्ताद राशिद खान का मंगलवार तड़के निधन हो गया। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक उनके पूरे शरीर में संक्रमण तेजी से फैल गया था। उन्हें 21 नवंबर को स्ट्रोक हुआ था। इसके बाद से ही वह अस्पताल में भर्ती थे। इसके अलावा उस्ताद राशिद खान प्रोस्टेट कैंसर से पीड़ित भी थे, जिसका इलाज चल रहा था। खान के निधन से संगीत जगत में शोक की लहर है।
आओगे जब तुम…फेम शास्त्रीय गायक उस्ताद राशिद खान का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया है। वह प्रोस्टेट कैंसर से पीड़ित थे। लंबे समय से उनका इलाज चल रहा था। नवंबर में ही उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 55 साल की उम्र में कोलकाता के अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली। जानकारी के मुताबिक कई दिनों से उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया था। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी उस्ताद राशिद खान के निधन पर शोक व्यक्त किया है औऱ कहा है कि यह पूरे देश का नुकसान है।
फिल्मों में भी दिए हिट गाने
शास्त्रीय संगीत के अलावा उस्ताद राशिद खान ने भारतीय फिल्म इंडस्ट्री को भी कई हिट गाने दिए। इनमें जब वी मेट फिल्म का 'आओगे जब तुम साजना' गीत भी शामिल है। इसके अलावा, तुझे याद करते-करते. तू बनजा गली बनारस की उनके प्रसिद्ध गीत हैं। जानकारी के मुताबिक पिछले महीने उन्हें सेरेब्रल अटैक हुआ था। इसके बाद उनकी हालत ज्यादा बिगड़ गई थी। उस्ताद राशिद खान रामपुर-सहसवान घराने से संबंधरखेत थे। इस घराने के संस्थापक इनायत हुसैन खान के परपोते को माना जाता है। राशिद खान का जन्म उत्तर प्रदेश के बदायूं में हुआ था। उन्होंने संगीत की शुरुआती शिक्षा अपने नाना उस्ताद निसार हुसैन से ली।
1980 में उस्ताद राशिद खान 14 साल की उम्र में अकादमी में शामिल हो गए थे। 1994 तक वह अकादमी से जुड़े रहे। बता दें कि वह जिस घऱाने से ताल्लुक रखते थे उसका संबंध ग्वालियर घराने की गायन शैली से माना जाता है। उन्हें शुद्ध हिंदुस्तान संगीत शैली को सुगम संगीत के साथ जोड़ने के लिए भी जाना जाता है। उन्हें पद्मश्री के अलावा संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।