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फरीदाबाद: CM सैनी ने बच्चों के स्कूल पाठ्यक्रम में विभाजन का इतिहास शामिल करने की घोषणा

हरियाणा 
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने फरीदाबाद में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस कार्यक्रम में पहुंचे। इस अवसर पर सीएम सैनी ने 564.27 करोड़ रुपये की लागत वाली 29 परियोजनाओं और विकास कार्यों का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इस अवसर पर सीएम सैनी ने विभाजन विभीषिका स्मारक निर्माण के लिए 51 लाख रुपये देने की भी घोषणा की।

महिलाओं के लिए बड़ा ऐलान
मुख्यमंत्री ने महिलाओं के हक में एक अहम घोषणा करते हुए कहा कि विवाह के बाद महिलाओं का सरनेम बदल दिया जाता है, जिसे संशोधन करने की प्रक्रिया जटिल होती है। इस समस्या को हल करने के लिए राज्य सरकार विशेष प्रावधान बनाएगी, ताकि महिलाओं को इस प्रक्रिया में कोई परेशानी न हो।

विभाजन का इतिहास पाठ्यक्रम में शामिल होगा
सीएम सैनी ने कहा कि विभाजन के दर्द को नई पीढ़ी समझ सके, इसके लिए इसे स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज उन महानआत्माओं को नमन करता है जिन्होंने आजादी के लिए महान बलिदान किया है। यह केवल इतिहास का पन्ना नहीं है, लाखों दिलों का एक जख्म है। देश को दो टूकड़ों में बांटा, बल्कि दर्दनाक अध्यय लिख लिया है।  

पीएम मोदी की पहल का किया जिक्र
मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि पीएम मोदी ने जो देश के बंटवारे 20वीं शताब्दी की सबसे बड़ी त्रासदी कहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने 15 अगस्त 2021 को आजादी का अमृत महोत्सव के दौरान लाल किले से देश के विभाजन में जान गंवाने वालों की स्मृति में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाने की घोषणा की थी। उस वक्त उन्होंने कहा था कि देश के बंटबारे के दर्द को कभी नहीं भुलाया जा सकता है। ये विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस का चौथा समारोह फरीदाबाद में मनाया जा रहा है। इस दौरान सीएम ने कहा कि यह शहर उन लोगों की मेहनत और संघर्ष की पहचान है जिन्होंने यहां आकर इसे एक प्रमुख औद्योगिक नगरी के रूप में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि चकाचौंध के पीछे इन लोगों का संघर्ष कभी नहीं भुलाया जाना चाहिए।

राज्यभर में बनेंगे स्मारक
सीएम ने कहा कि फरीदाबाद में विभाजन पीड़ितों की याद में स्मारक बनाया गया है और प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी ऐसे स्मारक बनाए जाएंगे। उन्होंने कुरुक्षेत्र में एक ट्रस्ट के गठन की भी घोषणा की, जो विभाजन के पीड़ितों की स्मृति को संरक्षित रखेगा।

एकता और भाईचारे का संदेश
मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि ये दिन दुख और सुख मनाने का है तो है ही, बल्कि एक सीख देने वाला भी है। ये दिन भाईचारे की याद भी दिलाता है। पीएम मोदी ने इस दिन के लिए पीछे उद्देश्य था कि भारतवासी अपने इतिहास से सबक ले और भविष्य के लिए राष्ट्र की एकता के लिए समर्पित रहें।  

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