गन्ने की पेमेंट न मिलने से नाराज किसान 14 को मनाएंगे वादाखिलाफी दिवस
टीम एक्शन इंडिया/अम्बाला (मनीष कुमार)
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के आश्वासन के बाद भी किसानों को गाने की बकाया पेमेंट जारी नहीं की गई। 15 अक्टूबर को शहजादपुर जनसंवाद कार्यक्रम में सीएम ने 3 दिन में पेमेंट जारी करने का आश्वासन किसानों से किया था। 20 दिन बीतने के बाद भी पेमेंट जारी नहीं हुई तो भारतीय किसान यूनियन चढ़ूनी ग्रुप समेत विभिन्न किसान संगठनों की आज मीटिंग हुई। मीटिंग के बाद 14 नवंबर को विभिन्न किसान संगठनों ने नारायणगढ़ शुगर मिल गेट पर वादाखिलाफी दिवस मनाने और मुख्यमंत्री के पुतले का दहन करने का ऐलान किया है। इसी दौरान किसानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी कि। सीएम मनोहर लाल ने कहा था कि किसान हित में सरकार इस शुगर मिल को चला रही है और अगर यह शुगर मिल बंद हो गई तो सबसे ज्यादा नुकसान किसानों का होगा। शुगर मिल से किसानों का बकाया दिलवाना सरकार की प्राथमिकता में शामिल है।
बता दें कि किसान संगठनों व किसान एवं वरिष्ठ जजपा नेता राम सिंह कोड़वा ने नारायणगढ़ शुगर मिल का मामला रखते हुए गन्ने के बकाया भुगतान की समस्या रखी थी। मुख्यमंत्री ने कहा था कि शुगर मिल का सिस्टम ठीक किया जा रहा है। इस शुगर मिल को 100 करोड़ रुपया हरको बैंक का देना है और 150 करोड़ इरेड़ा का देना है। पिछले वर्ष 66 करोड़ का बकाया किसानों का था। शुगर मिल के मालिक पर केस दर्ज होने और उसके जेल में चले जाने के कारण शुगर मिल का सिस्टम बेहद खराब हो गया था, जिसे धीरे-धीरे करके सरकार ने ठीक किया है। शहजादपुर में हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल के जनसंवाद कार्यक्रम का किसानों ने काले झंडे दिखा विरोध किया था। बढ़ते विरोध को देखते हुए पुलिस ने काफी सारे किसान नेताओं को हिरासत में लिया था। हालांकि कुछ किसान नेताओं की सीएम मनोहर लाल से मुलाकात भी हुई थी, जिसमें सीएम ने जल्द समाधान करने का आश्वासन किसानों को दिया था।
किसानों का कहना है कि सदा से ही उन्हे अपनी बात मनवाने के लिए सरकार के सामने गिड़गिड़ाना पड़ता है। या फिर धरने देने पड़ते है।ऐसे में किसान अपनी फसलों को देखे या अपने हको की मांग उठाए। लेकिन सरकार फिर भी किसानों के लिए कोई राहत का काम नहीं करती।