कोरोना का भय : पोस्टमैन घर—घर जाकर दे रहा बैंक उपभोक्ताओं को कैश

फर्रुखाबाद । एएनएन (Action News Network)
कोरोना वायरस के सक्रमण को रोकने लिए अब डाकियें डाक लेकर नहीं बल्कि नोट लेकर घर—घर पहुंच रहा है। शासन ने यह निर्णय बैंकों में लग रही भीड़ को कम करने के लिए लिया है। जिसे ग्रामीण क्षेत्रों में आज से क्रियान्वित कर दिया गया है। इससे जहां बैंकों में तार तार हो रही सामाजिक दूरी को बरकरार रखा जा सकेगा। वही बैंक उपभोक्ता घर बैठे पांच हजार रुपये तक की निकासी कर सकेगें।
पोस्ट ऑफिस ताजपुर के पोस्टमैन आगम सिंह ने सोमवार को बताया कि आज से ग्राहकों के लिए यह सेवा शुरू कर दी गई है। ग्राम कमालपुर में घर—घर जा कर बैंक उपभोक्ताओं को पांच हजार रुपये तक भुगतान दे रहे पोस्टमैन ने बताया कि कभी जमाना था।जब डाकिया डाक लाने का इंतजार लोगों को हुआ करता था। अब आज से डाकिया रुपया लाया का इंतजार बैंक उपभोक्ता अपने घर पर करेंगे। पोस्टमैन ने बताया की स्टेट बैंक के उपभोक्ताओं को यह लाभ नहीं मिल सकेगा।
अन्य सभी बैंकों के उपभोक्ता घर बैठे पांच हजार रुपये तक का भुगतान प्राप्त कर सकेंगे। घर घर रुपये लेकर पहुच रहे डाकिए को देख कर गांव वालों के चेहरे पर रौनक लौट आई।
ग्राम कमालपुर के रावेंद्र सिंह, बेबी पत्नी मुनि सिंह सहित दर्जनों लोगों ने आज इस योजना का लाभ उठा कर अपने अपने बैंक खाते से रुपये निकाले। ग्रामीणों ने बताया कि प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी जनधन योजना में इस समय सरकार की ओर से हर खाते में 500 रुपये डाले जा रहे हैं। इनकी बजह से बैंकों में उपभोक्ताओं की भारी भीड़ लगी रहती है। बैंकों से इस समय पैसा निकालना टेडी खीर हो गया था। अब पोस्ट ऑफिस के जरिये भुगतान देने से उपभोक्ताओं को भारी राहत मिलेगी।
पोस्टमैन आगम सिंह ने बताया कि किसी समय लोगो को डाकिया डाक लाया का इंतजार हुआ करता था।इस इंतजार को मोबाइल, कोरियर और एसएमएस ने पूरी तरह खत्म कर दिया था।लोग डाकिया (पोस्ट मैन) को भूल गए थे। आज कोरोना वायरस ने पोस्टमैन के क्रेज को फिर बड़ा दिया है। अब गांव हो या शहर हर जगह लोग डाकिया के आने का इंतजार करेंगे। लोगों को इंतजार रहेगा कि डाकिया आये तो रुपये निकाले। फिलहाल इस सेवा के शुरु होने से लोगों के चेहरों पर रौनक लौट आई है।