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पूर्व मंत्री गिर्राज डंडौतिया मुरैना में सड़क हादसे में घायल, नहीं मिल सकी एंबुलेंस

 मुरैना

मुरैना में एक तेज रफ्तार यात्री बस ने पूर्व राज्य मंत्री और दिमनी से विधायक रहे गिर्राज दंडोतिया की कार को टक्कर मार दी। हादसे में उनके पैर की हड्‌डी दो-तीन जगह से टूट गई। गंभीर हालत में उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया।वहीं, इस घटना के बाद बस का चालक और कंडक्टर मौके से फरार हो गए. सूचना मिलते ही कैलारस पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है. स्थानीय लोगों की मदद से घायल पूर्व मंत्री गिर्राज दंडोतिया को तत्काल मुरैना जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है. पुलिस फरार बस चालक और कंडक्टर की तलाश कर रही है.

जानकारी के मुताबिक, पूर्व मंत्री गिर्राज दंडोतिया जिला पंचायत उपाध्यक्ष बनवारीलाल धाकड़ के शादी समारोह से लौटकर मुरैना की ओर वापस जा रहे थे. इसी दौरान विपरीत दिशा से आ रही बस ने टक्कर मार दी. यह टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि स्कॉर्पियो बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और दंडोतिया को गंभीर चोटें आईं.

सिंधिया के हैं करीबी
पूर्व मंत्री गिर्राज दंडोतिया केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी माने जाते हैं. वे वर्ष 2018 में कांग्रेस से दिमनी विधानसभा सीट से विधायक चुने गए थे. 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे. उन्हें  कृषि राज्यमंत्री का दर्जा मिला था.

रॉन्ग साइड से आ रही थी बस बताया जा रहा है कि यात्री बस ने रॉन्ग साइड से आकर पूर्व मंत्री की स्कॉर्पियो में सामने से टक्कर मार दी। इससे गाड़ी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। कार में पूर्व मंत्री गिर्राज दंडोतिया के साथ उनका ड्राइवर विजयशंकर, गौरव दुबे और पवन सेंगर सवार थे। इनमें दो लोगों के ज्यादा चोटें आई हैं। उनके पीएसओ के भी पैर में चोट आई है।

अस्पताल में नहीं मिल सकी एंबुलेंस पूर्व मंत्री गिर्राज दंडोतिया के लिए जिला अस्पताल प्रबंधन एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं कर सका। अस्पताल प्रबंधन ने जैसे-तैसे दो सरकारी एंबुलेंस की व्यवस्था की, लेकिन एक में लाइट नहीं थी और दूसरे में स्टेपनी नहीं थी। इसलिए अब उनके लिए बाहर से एंबुलेंस बुलवाई गई है। उसके बाद उन्हें दिल्ली ले जाया जाएगा।
2020 में भाजपा में हुए थे शामिल गिर्राज दंडोतिया 2018 में कांग्रेस से दिमनी विधानसभा सीट से विधायक चुने गए थे। 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। उन्हें राज्यमंत्री का दर्जा मिला था। हालांकि, उपचुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।

इलाज के लिए दिल्ली रेफर किया

डंडौतिया से फोन पर केंद्रीय मंत्री सिंधिया से बात की तो उन्हें बेहतर इलाज के लिए दिल्ली रेफर किया गया, लेकिन मुरैना जिला अस्पताल में एंबुलेंस नहीं मिली। पहले जिस एंबुलेंस को जाना था, उसमें डीजल नहीं था। अस्पताल प्रबंधन ने डीजल की व्यवस्था करवाई, उसके बाद पता चला कि इस एंबुलेंस में स्टेपनी ही नहीं है।

कहीं टायर पंचर हुआ तो रास्ते में ही एम्बुलेंस खड़ी रह जाएगी। इसके बाद दूसरी एंबुलेंस को बुलाया गया, लेकिन उसमें हेडलाइट खराब थी। इस अव्यवस्था पर घायल पूर्व मंत्री और उनके समर्थक जमकर नाराज हुए। अंत में पूर्व मंत्री के लिए ग्वालियर से एंबुलेंस बुलानी पड़ी। ढाई घंटे इंतजार के बाद वह दिल्ली रवाना हो सके।

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