नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यहां जी20 शिखर सम्मेलन के आयोजन स्थल ‘भारत मंडपम’ में विश्व नेताओं का शनिवार सुबह स्वागत किया। दुनिया के कई बड़े नेता इस समय भारत मंडपम में मौजूद हैं। मोदी ने जिस जगह पर विश्व नेताओं का स्वागत किया उसके ठीक पीछे 13वीं शताब्दी की प्रसिद्ध कलाकृति कोणार्क चक्र की प्रतिकृति स्थापित की गयी है। इस चक्र को समय, प्रगति और निरंतर परिवर्तन का प्रतीक माना जाता है।
My remarks at Session-1 on 'One Earth' during the G20 Summit. https://t.co/loM5wMABwb
— Narendra Modi (@narendramodi) September 9, 2023
कोरोना के बाद विश्वास के अभाव का संकट आया है। युद्ध ने इस संकट को और गहरा कर दिया है। जब हम कोरोना को हरा सकते हैं तो आपसी चर्चा में विश्वास के संकट को भी दूर सकते हैं। ये हम सभी के साथ मिलकर चलने का समय है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले मोरक्को में भूकंप की घटना पर दुख जताया और मदद का भरोसा दिलाया। पीएम ने जी-20 की अध्यक्षता के तौर पर सभी देशों का स्वागत किया। उन्होंने कहा, आज हम जिस स्थान पर एकत्रित हैं, यहां कुछ किमी दूर ढाई हजार साल पुराना स्तंभ लगा है।
इस पर प्राकृतिक भाषा में लिखा है कि मानवता का कल्याण सदैव सुनिश्चित किया जाए। ढाई हजार साल पहले भारत की धरती ने ये संदेश पूरी दुनिया को दिया था। 21वीं सदी का यह समय पूरी दुनिया को नई दिशा देने वाला है। दुनिया हमसे नए समाधान मांग रहे हैं. इसलिए हमें अपने हर दायित्व को निभाते हुए आगे बढ़ना है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से लेकर UK प्रधानमंत्री ऋषि सुनक तक बैठक में भाग लेने के लिए भारत आ चुके हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन भी भारत मंडपम पहुंच गए हैं। जहां पीएम मोदी ने उनका स्वागत किया। बाइडेन को पीएम मोदी ने कोणार्क के सूर्य चक्र के बारे में जानकारी दी। पीएम मोदी ने सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन सलमान का भी स्वागत किया।
जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज, इटली के प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यूं सुक-योल, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा, टर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोआन भी भारत मंडपम पहुंच गए हैं।