हिमाचल प्रदेश

गिरिपार में छोटी दीवाली से हाटियों की गांधीगिरी शुरू, जय हाटी, जय माटी का नारा किया बुलंद

टीम एक्शन इंडिया/नाहन/एसपी जैरथ
अनुसूचित जनजाति कानून लागू न होने से हाटी समुदाय में रोष और बढ़ता जा रहा है। कानून लागू करवाने के लिए हाटियों ने छोटी दीवाली से हाटीगीरी की शुरूआत हरिपुरधार से की। इस दौरान यहां जय हाटी, जय माटी का नारा बुलंद किया गया। लोगों ने चेतावनी दी है कि जल्द ही गिरिपार में बड़ा आंदोलन किया जाएगा। इस संबंध में राज्य सचिवालय के घेराव की भी तैयारी की जा रही है। शांतिपूर्ण प्रदर्शन के दौरान समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की प्रतीक हारूलें भी गाई। इसमें महिलाओं ने परंपरागत वेशभूषा में नाटी लगाई। महिलाओं ने संकल्प लिया जब तक कानून लागू नहीं हो जाता है तब तक हाटियों के साथ कंधा से कंधा मिलाकर आंदोलन करेंगी। गिरिपार में दिवाली के दिन मशालें जलाई गई। मशालों के माध्यम से जनता के बीच आंदोलन के लिए तैयार रहने का संदेश दिया गया। हाईकोर्ट में एक छात्रा को मिली राहत से छात्र समुदाय उत्साहित हैं। कोर्ट ने छात्रा को स्कूल काडर के लेक्चरर पद की भर्ती के लिए एसटी कोटे से आवेदन की अनुमति दे दी है।

न्याय पाने के लिए कोर्ट इसलिए जाना पड़ा क्योंकि राज्य सरकार अनुसूचित जनजाति के सर्टिफिकेट जारी नहीं कर रही है। हाटी नेताओं ने कहा कि यह सीधे-सीधे कानून और संविधान की उल्लंघना है। हरिपुरधार के हाटी नेताओं ने कहा कि कैबिनेट मंत्री हर्षवर्धन चौहान हाटी मामले में झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने मंत्री के घेराव के भी चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि मंत्री देश की राष्ट्रपति का भी अपमान कर रहे हैं। रोनहाट में दिए बयान पर ये मंत्री पर खूब बरसे। हाटी विकास मंच के पदाधिकारियों ने माता भंगायनी के दरबार में माथा टेका। उन्होंने हाटियों की प्रमुख देवी से हाटी मामले में आशीर्वाद लिया। इनमें हाटी विकास मंच के अध्यक्ष प्रदीप सिंगटा, मुख्य प्रवक्ता डॉक्टर रमेश सिंगटा, कानूनी सलाहकार श्याम चौहान, हाटी संस्कृति के जानकार सुरेश, हाटी नेता मदन राणा, वेद प्रकाश ठंडू, बलवीर ठाकुर, सहीराम चौहान, राजेंद्र छाजटा, नरेंद्र छोटा, विनय छींटा, गोपाल भंडारी, भीम ठाकुर, सुभाष राणा, पूर्व प्रधान जगत कन्याल, सुभाष शर्मा आदि मौजूद रहे।

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