सम्राट पृथ्वीराज चौहान की प्रतिमा पर किया माल्यार्पण
टीम एक्शन इंडिया
राजकुमार प्रिंस
करनाल। सम्राट पृथ्वीराज चौहान की जयंती के अवसर पर नगर निगम के गांव उचाना में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें समाज के प्रबुद्ध जन एकत्रित हुए और उनके प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान राहगीरों के लिए मीठे व ठंडे जल की छबील भी लगाई गई और प्रसाद वितरित किया गया। मुख्य तौर पर राजपूत सभा के प्रधान डॉक्टर नरेंद्र प्रताप सिंह , जिला परिषद चेयरपर्सन सोहन सिंह राणा, समाजसेवी प्रमोद राणा उचाना, जोगिंदर सिंह चौहान, महासचिव बृजपाल राणा आदि ने अपने विचार व्यक्त किए।
उपस्थित लोगों ने सम्राट पृथ्वीराज चौहान अमर रहे के जयघोष किए। राजपूत समाज के प्रमुख व्यक्तियों अपने संबोधन में कहा कि ज्येष्ठ कृष्ण द्वादशी के दिन चक्रवर्ती सम्राट पृथ्वीराज चौहान का जन्म हुआ था। जब तक सम्राट पृथ्वीराज चौहान जिंदा थे, उन्होंने मुगलों के पांव हिंदुस्तान की धरती पर जमने नहीं दिए।
उनके पराक्रम और वीरता के चर्चे पूरे संसार में प्रचलित थे। उन्होंने अपने जीवनकाल के दौरान अनेक युद्ध लड़े और जीत प्राप्त की। पृथ्वीराज चौहान ने मोहम्मद गौरी को 17 बार युद्ध में पराजित किया और बंदी बनाकर रिहा किया। ऐसा इतिहास में बहुत कम ही सुनने को मिलता है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग महापुरुषों की जातियों को लेकर समाज में द्वेष फैलाने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे सामाजिक भाईचारा बिगड़ता है।
हमें महापुरुषों को जातियों में नहीं बांधना चाहिए, क्योंकि उन्होंने किसी एक वर्ग के लिए और एक जाति के लिए अपने प्राणों का बलिदान नहीं दिया, अपितु हिंदुस्तान के समस्त प्राणियों के लिए अपना जीवन न्योछावर किया। यदि कोई समाज महापुरुषों के जन्मदिवस या अन्य कार्यक्रम मनाना चाहता है, हमें कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन उनके सामने जातिसूचक शब्द न जोड़े जाएं। सभी लोगों को उनके जीवन संघर्ष और त्याग की प्रेरणा लेकर अपने जीवन में उतरना चाहिए।