पृथ्वीराज चौहान की प्रतिमा पर किया माल्यार्पण
टीम एक्शन इंडिया
सोनीपत: हिंदू सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजपूत की जयंती के उपलक्ष्य में शुक्रवार को जाखौली में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचकर राई से विधायक मोहनलाल बड़ौली के भाई माईराम कौशिक ने पृथ्वीराज चौहान की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए उन्हें नमन किया। उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हिन्दू राजाओं में पृथ्वीराज चौहान बहुत ही बहादुर व प्रभावशाली राजा रहे हैं। उन्होंने मुस्लिम शासक मोहम्मद गौरी के अनेक आक्रमणों का सामना करते हुए उसको युद्घ में कई बार हराया।
माईराम कौशिक ने कहा कि जब पृथ्वीराज चौहान मुहम्मद गौरी की केद में थे तो उन्हें कई बार मुस्लिम बनने के लिए प्रताड़ित किया गया। लेकिन वे अपने हिन्दू धर्म पर हमेशा कायम रहे। उन्होंने कहा कि जब पृथ्वीराज को मुहम्मद गौरी के समक्ष लाया गया तो वो गौरी की आंख में आँख मिलाकर घुर रहा था। पृथ्वीराज का ये कृत्य गौरी को बहुत अपमानित लगा और उसने पृथ्वीराज को आँखे नीची करने का आदेश दिया।
पृथ्वीराज ने उसको कहा कि आज मेरी वजह से ही तू जिन्दा है और एक राजपूत की आँखे मौत के बाद ही नीचे होती है। यह सुनकार गौरी आग बबूला हो गया और उसने पृथ्वीराज की आँखे गर्म सलाखों से जला देने का आदेश दिया। इस कार्यक्रम के पश्चात उन्होंने गांव जाखौली में राजमाता अहिल्याबाई होल्कर की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित भण्डारे का शुभारंभ करते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों से समाज में भाईचारे की भावना का बढ़ावा मिलता है, इसलिए ऐसे आयोजनों में हमे बढ़ चढकर भाग लेना चाहिए।
इस मौके पर सरपंच नवीन चौहान, नरेंद्र चौहान उर्फ लाला, नीरज चौहान, दीपक चौहान, सतपाल चौहान, किरणपाल चौहान, दयानंद चौहान, प्रवीन कौशिक, सुधीर नमरदार, मास्टर जगबीर सिंह, पंच ऋषिपाल चौहान, जग्गी चौहान, पंच धर्मवीर सैनी, प्रेम राय, ब्लॉक समिति मैंबर नंदकिशोर वर्मा, अजीत सिंह, अनिल, सतीश, कुलवंत, नरेश चौहान, सुरेंद्र चौहान, डॉ० सुरेंद्र चौहान, पंच चरणपाल, पंच रवि कुमार, संदीप ड्रम, प्रिंस बागड़ी, नरेश चौहान सरपंच खुरमपुर, संजय प्रधान भैरा बांकीपुर, पंच धरमबीर चौहान भैरा बाकीपुर, दिनेश चौहान मनोली, भारत चौहान मनोली, जयद्रथ चौहान मनोली, चरण सिंह चौहान अटेरना, पार्थ चौहान अटेरना, राजेश चौहान अटेरना, योगेश चौहान जाजल, डिंपल चौहान बख्तावरपुर, जयभगवान चौहान पल्ला बख्तावरपुर सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।