हरियाणा

पंचायती जमीन पर गौशाला व गौ-वन बनाये जाएंगे

टीम एक्शन इंडिया/चंडीगढ़
हरियाणा सरकार राज्य में घूम रही बेसहारा गायों के समुचित आवास एवं आश्रय के लिए प्रतिबद्ध है जल्द ही गौ -सेवा आयोग ,एनजीओ, पशुपालन एवं डेयरी विभाग और विकास एवं पंचायत विभाग द्वारा मिलकर एक योजना तैयार की जाएगी। यह जानकारी आज यहाँ हरियाणा निवास में विभिन्न गौशालाओं के प्रतिनिधियों , गौ -सेवा आयोग , पशुपालन एवं डेयरी विभाग और विकास एवं पंचायत विभाग तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता करने के बाद कृषि एवं किसान कल्याण और पशुपालन एवं डेयरी मंत्री जयप्रकाश दलाल ने दी।
इस मौके पर बैठक में विकास एवं पंचायत विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अनिल मलिक, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ अमित अग्रवाल, गौ सेवा आयोग के चेयरमैन सरवन कुमार गर्ग, लाइवस्टोक डेवलपमेंट बोर्ड के चेयरमैन श्री धर्मवीर मिजार्पुरिया, गौ सेवा आयोग के वाइस चेयरमैन पूरणमल यादव तथा वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। जयप्रकाश दलाल ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे विकास एवं पंचायत विभाग की खाली जमीनों का ब्यौरा तैयार करें ताकि ग्रामीणों के सहयोग से पंचायती जमीन पर गौशाला व गौ-वन बनाये जा सकें। उन्होंने आगामी समय के लिए गौशालाओं में रहने वाली गायों के लिए समुचित मात्रा में चारा का प्रबंध करने के निर्देश भी दिए।
पशुपालन एवं डेयरी मंत्री को बैठक में जानकारी दी गई कि हरियाणा गौ सेवा आयोग में 635 गौशालाएं पंजीकृत हैं जिनमे करीब 4.5 लाख पशु रखे गए हैं, जबकि करीब एक लाख बेसहारा पशु हैं। इनमे से लगभग 40 हजार ग्रामीण क्षेत्र और 60 हजार शहरी क्षेत्र में घूम रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश में बेसहारा पशुओं के कानों में 12 डिजिट के यूनिक टैग लगाकर उनकी पहचान सुनिश्चित की जाएगी। वहीं गौशालाओं के लिए शामलात भूमि की उपलब्धता, चारा उगाने तथा आवारा पशुओं के पुनर्वास के लिए उन्हें वित्तीय सहायता उपलब्ध कराकर गौशाला को प्रोत्साहित करने का काम भी सरकार द्वारा किया जाएगा। उनको आगे कहा कि मौजूदा गौशालाओं में 50,000 बेसहारा पशुओं का पुनर्वास किया जाएगा।
इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र के सभी बेसहारा पशुओं को समय-सीमा के अनुसार पहले से मौजूद गौशालाओं में पुनर्वासित किया जाएगा। पशुपालन मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि सर्वप्रथम यह जाँच करें कि वर्तमान में गौशालाओं में रखी गई गायों के लिए रहने का उचित स्थान है या नहीं ? अगर किसी गौशाला में अतिरिक्त गौ हैं तो उनके लिए किसी दूसरी गौशाला या आवश्यकता अनुसार नई गौशाला वन बनाकर वहां पुनर्वास किया जाये।

विकास एवं पंचायत विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों से बेसहारा पशुओं को पकड़ने और लाने के लिए हरियाणा गौ सेवा आयोग द्वारा प्रदान की गई गौशालाओं/स्थलों पर आवश्यक व्यवस्था की जाएगी। ग्रामीण क्षेत्रों में नई गौशालाएं खोलने और चारे की खेती के लिए भूमि उपलब्ध कराएंगे।पशुपालन एवं डेयरी मंत्री ने कहा कि पशुपालन और डेयरी विभाग गौशालाओं में पहले से मौजूद सभी गायों की टैगिंग सुनिश्चित करेंगे और इसके बाद पकड़ी गई गायों की भी टैगिंग की जाएगी। इसके साथ गौशालाओं में बीमार पशुओं के उपचार करने तथा पहले से रखे गए पशुओं और नए बेसहारा पशुओं के रिकॉर्ड रखने की आवश्यक व्यवस्था करेंगे।

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