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गीता हिंदी अध्यापिका ने 12वीं बार किया रक्तदान
टीम एक्शन इंडिया
सोनीपत: हिंदी अध्यापिका ने दूसरों के जीवन को बचाने के लिए नि:स्वार्थ भावना से 12वीं बार रक्तदान किया ’ रोटरी ब्लड बैंक के आग्रह पर ओमेक्स सिटी में जाकर रक्त दान किया। गीता का रक्त बी पॉजिटिव है। रक्त बैंक वालों को बी पॉजिटिव के रक्त की आवश्यकता थी।
दिलबाग सिंह हिंदी प्राध्यापक के पास फोन आया दिलबाग सिंह ने बताया कि मेरी पत्नी का रक्त बी पॉजिटिव है तो रोटरी ब्लड बैंक में जाकर रक्तदान किया। गीता ने बताया कि महिलाओं ने भी का बढ़–चढ़कर रक्तदान करना चाहिए ’ जिससे कि शरीर स्वस्थ रहे।
दिलबाग सिंह ने संदेश दिया कि रक्त किसी कारखाने में नहीं मिलता रक्त तो केवल मनुष्य के शरीर से ही प्राप्त किया जा सकता है स्वस्थ व्यक्ति ने वर्ष में चार बार व स्वस्थ महिला ने वर्ष में तीन बार रक्तदान करना चाहिए । हमारा परिवार भी समय-समय पर रक्तदान करता रहता है जैसे दिलबाग सिंह ने 34 बार , अर्पित पुत्र ने छह बार ,क्षितिज पुत्र ने चार बार रक्तदान किया हुआ है।