राशन डिपो नवीनीकरण में उम्रदराज डिपो धारकों को राहत दे सरकार
चंडीगढ़। मुख्यमंत्री के पूर्व मीडिया सलाहकार व वरिष्ठ भाजपा नेता राजीव जैन ने कहा कि प्रदेश में 60 साल से अधिक उम्र के बाद राशन डिपो धारकों के लाइसेंस नवीनीकरण नहीं होने के कारण 1300 से अधिक डिपो धारकों की आजीविका पर संकट आ गया है। चूंकि डिपो धारक को किसी प्रकार की सामाजिक सुरक्षा नहीं मिलती और उन्होंने लम्बा समय इस कार्य में लगाया होता है, इसलिए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी व खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग मंत्री मूलचंद शर्मा से बात करते हुए समस्या का समाधान करने का आग्रह किया है।
शुक्रवार को यहां जारी बयान में वरिष्ठ भाजपा नेता राजीव जैन ने बताया कि प्रदेश में 60 साल आयु के बाद डिपो लाइसेंस नवीनीकरण नहीं होने के चलते परेशान डिपो धारकों के प्रतिनिधिमंडल ने उनसे मुलाकात के दौरान यह मांग रखी है। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों का कहना था कि उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी इसी काम में लगाई और अब वह कोई अन्य कार्य नहीं कर सकते। ऐसे में सरकार द्वारा उनकी आजीविका पर आए संकट को दूर करते हुए उनके लाइसेंस नवीनीकरण किए जाने चाहिए। भाजपा नेता राजीव जैन ने डिपो धारकों को बताया कि इस विषय में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी व खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग मंत्री मूलचंद शर्मा से बात हुई है और उन्होंने शीघ्र सकारात्मक निर्णय लेने का भरोसा दिया है।
मुलाकात में राशन डिपोधारकों द्वारा परदेश के लगभग साढ़े नो हजार डिपो धारकों को फरवरी माह 2024 से जून 2024 तक गेंहू वितरण का पांच माह का कमीशन जारी नहीं होने का विषय उठाया गया, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा भरोसा दिया गया था कि राशन डिपोधारकों को हर महीने कमीशन दिया जाएगा। इस संबंध में मुख्यमंत्री के पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन ने खाद्य एवं आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के निदेशक मुकुल कुमार से फोन पर बात करते हुए पूरा मामला उनके समक्ष उठाया, जिसके बाद निदेशक मुकुल कुमार द्वारा अगले सप्ताह में ही राशन डिपोधारकों का बकाया कमीशन जारी करने का भरोसा दिलाया ।
आल राशन डिपो होल्डर वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने सरकार का इस बात के लिए भी धन्यवाद् किया कि हमें अब तक 48 रुपए प्रति क्विंटल कमीशन मिलता था जिसे सरकार ने बढाकर 200 /- प्रति क्विंटल कर दिया है इससे डिपो धारकों को एक सम्मानजनक राशि मिलने लगी है और डिपो धारकों को अन्य कार्यों की तरफ देखने की आवश्यकता नहीं पड़ती।