गुज्जर कल्याण सभा ने उपायुक्त के माध्यम से भेजा मुख्यमंत्री को ज्ञापन
टीम एक्शन इंडिया/चंबा/हामिद
जिला गुर्जर कल्याण सभा चंबा ने उपायुक्त चंबा के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री को अपनी मांगों के समर्थन में एक ज्ञापन भेजा है। सभा के अध्यक्ष हसन दीन की अगुवाई में सौंपे गए ज्ञापन में यह उम्मीद जताई है कि गरीब मजदूर पशुपालक व घुमंतू गुज्जर समुदाय को आगे बढ?े और अपना जीवन स्तर ऊंचा करने में प्रदेश की यह सरकार कामयाब रहेगी। सभा ने मांग पत्र के माध्यम से यह कहा है कि मुस्लिम गुर्जर समुदाय एक घुमंतू पशुपालक समुदाय है जिसका पूरा जीवन चक्कर पशु पालन पर घूमता है यह समुदाय अपने पशुधन को लेकर निरंतर धारों की तलाश में घूमता फिरता रहता है गर्मियों के मौसम में हिमाचल की ऊंची चोटियों पर और सर्दी के मौसम में मैदानी इलाकों में निवास करता है इस समुदाय का पूरा जीवन यापन वन और वन भूमि पर निर्भर है अत: सरकार से यह निवेदन है कि हिमाचल प्रदेश में वन अधिकार अधिनियम 2006 को प्रभावी रूप से लागू किया जाए और लोगों के समुदायिक और निजी अधिकारों के दावों को सत्यापित कर जनता को प्रदान किया जाए। अपनी दूसरी मांग में उन्होंने कहा है कि डेयरी उत्पादन को बेहतर बनाने हेतु उनके उत्पादों दूधए घीए पनीर सहित अन्य दुग्ध उत्पादन का सही दाम न मिलने तथा पशु चारा महंगे होने के कारण आज के दौर में पशुपालक अपना व्यवसाय छोड?े पर मजबूर हैं हसन दीन के अनुसार मुख्यमंत्री द्वारा घोषित डेयरी योजना से पशुपालकों को उम्मीद बंधी है तथा उन्होंने यह मांग की है कि पशुपालकों के व्यवसाय को जिंदा रखने हेतु उनके दुग्ध उत्पादों का उचित मूल्य प्रदान कर योजना को शीघ्र लागू किया जाए ताकि पशुपालक अपने व्यवसाय को और बेहतर कर इस व्यवसाय में रोजगार के और विकल्प खोज पाए। समुदाय ने मुख्यमंत्री से यह मांग भी कि अल्पसंख्यक समुदाय, जनजातियों की समस्याओं से रूबरू होने और उनका समाधान करने के लिए जरूरी है कि हिमाचल प्रदेश वाकफ बोर्ड, हज कमेटी, और गुज्जर कल्याण बोर्ड का गठन जल्द किया जाए। समुदाय के अनुसार चंबा जिला सबसे अधिक जनसंख्या वाला मुस्लिम समुदाय जिला है इसलिए जिला को उक्त बोर्डो व कमेटियों में विशेष प्रतिनिधित्व प्रदान किया जाए। प्रतिनिधिमंडल में अध्यक्ष हसल दीन के अलावा जिला गुर्जर कल्याण सभा के महासचिव मोहम्मद रफ ी वरिष्ठ उपाध्यक्ष कासम दीन सहित लतीफ मोहम्मद, युसूफ मोहम्मद इत्यादि मौजूद रहे।