गुरनाम सिंह चढूनी ने की 25 नवंबर को पीपली में बड़ी किसान रैली का ऐलान, जाट धर्मशाला कुरुक्षेत्र में हुई भाकियू की बैठक
कुरुक्षेत्र: भारतीय किसान यूनियन (चढूनी गुट) की राष्ट्रीय स्तरीय मीटिंग गुरुवार को जाट धर्मशाला कुरुक्षेत्र में हुई. यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम चढूनी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और उत्तराखंड से संगठन के पदाधिकारी शामिल हुए. किसानों की बैठक में गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि आने वाले 25 नवंबर को राष्ट्रीय स्तर की एक बड़ी किसान रैली पीपली में आयोजित की जाएगी, जिसमे देश भर से किसान शिरकत करेंगे.
किसान नेता गुरनाम सिंह ने कहा कि 25 नवंबर को होने वाली ये रैली देश में किसान राजनीति को नई दिशा देने का काम करेगी. चढूनी ने कहा कि आज देश में कमेरा किसान सरकार की गलत नीतियों से दयनीय जीवन जीने को मजबूर है. किसान आर्थिक रूप से पिछड़ता जा रहा है और कर्ज के बोझ में दब चुके हैं. सरकार को तुरंत किसानों और मजदूरों का कर्ज माफ कर देना चाहिए.
गुरनाम सिंह चढूनी ने सरकार पर आरोप लगाया कि बैंक लिमिट व लोन के बहाने किसान की करोड़ों की जमीन हथियाने का षड्यंत्र कर रहे हैं. 1-2 लाख की KCC लिमिट बनाने के बदले में करोड़ों की कीमती जमीन रेहन कर रहे हैं, जो कि सरासर अन्याय है. क्योंकि किसी भी तरह के लिए 125 प्रतिशत से ज्यादा मूल्य की सम्पति रेहन नहीं रखी जा सकती. गुरनाम चढूनी ने संगठन से देश हित के तमाम मुद्दों को लेकर आंदोलन करने के लिए तैयार रहने की अपील की है.
गुरनाम चढूनी ने कुरुक्षेत्र में हुई मीटिंग में गांव स्तर पर कमेटियां बनाकर संगठन को मजबूत करने के निर्देश दिए और हर पदाधिकारी को घर पर भाकियू का झंडा लगाने और आंदोलन व अन्य कार्यक्रम के दौरान केसरी रंग की पगड़ी के साथ पटका पहनने का भी आह्वान किया. मीटिंग में यूपी (मेरठ) से सैंकड़ों किसान व नेताओं ने गुरनाम चढूनी की इस बैठक में हिस्सा लिया. जाट धर्मशाला में हुई इस बैठक में 10 सितंबर को जिला मुख्यालयों पर ज्ञापन सौंपकर अपनी मांगें रखने का फैसला किया गया.