हरियाणा

‘आर्थिक, खेल महाशक्ति व मैन्युफैक्चर के केंद्र के रूप में उभरा रहा हरियाणा’

गुरुग्राम/टीम एक्शन इंडिया
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा आर्थिक, खेल महाशक्ति और विनिर्माण केंद्र के रूप में उभरा है और घरेलू व विदेशी निवेशक भी आज हरियाणा की ओर देख रहे हैं। इतना ही नहीं, हरियाणा ने तेजी से प्रगति की है, जिसकी बदौलत राज्य ने वैश्विक मानचित्र पर अपनी पहचान बनाई है। मुख्यमंत्री गुरुवार को गुरुग्राम में आईआईएम रोहतक में जी-20 को लेकर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि भारत की जी-20 अध्यक्षता का थीम वसुधैव कुटुम्बकम है, जिसका अर्थ है- एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य को ध्यान में रखकर रेखांकित किया गया है। इसका उद्देश्य विकसित और उभरते देशों के बीच समावेशी सहयोग को प्रेरित करना और सामूहिक एवं सहयोगात्मक कार्रवाई के महत्व को पहचानना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत में चुनौतियों को अवसर में बदलने की क्षमता है। जी-20 की अध्यक्षता भारत को वैश्विक शक्ति के रूप में वैश्विक आर्थिक मुद्दों को हल करने में अपनी विश्वसनीयता स्थापित करने का एक सुनहरा अवसर प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि भारत की जी-20 अध्यक्षता सौहार्द एवं भाईचारे द्वारा चिह्नित एक नई वैश्विक व्यवस्था की शुरूआत करेगी।
देश की जीडीपी में हरियाणा का योगदान 3.87 फीसदी: मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्रफल की दृष्टि से हरियाणा देश में 21वें तथा जनसंख्या की दृष्टि से 18वें स्थान पर है, लेकिन हरियाणा देश के सकल घरेलू उत्पाद में 3.87 प्रतिशत का योगदान दे रहा है। राज्य देश के निर्यात में 4 प्रतिशत का योगदान करता है। हरियाणा बासमती चावल, आॅटो और आॅटो घटकों, मानव निर्मित फाइबर, कालीन, इलेक्ट्रिक मशीनरी आदि जैसी वस्तुओं का निर्यात करने वाला देश का 7वां सबसे बड़ा माल निर्यातक है। उन्होंने कहा कि हरियाणा आर्थिक विकास के मापदंडों पर अग्रणी राज्यों में शामिल है। ईज आॅफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में टॉप अचीवर्स कैटेगरी में राज्य का स्थान है, जबकि नीति आयोग के इनोवेशन इंडेक्स में हरियाणा देश के शीर्ष तीन राज्यों में शामिल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भारत को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के विजन में हरियाणा सरकार अपना महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए प्रयास कर रही है। इस अवसर पर राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) के अध्यक्ष न्यायमूर्ति आदर्श कुमार गोयल, सांसद डॉ. सत्यपाल सिंह, मुख्य सचिव संजीव कौशल, आईआईएम रोहतक के निदेशक डॉ. धीरज शर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

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