जून में खुलेगा द्वारका एक्सप्रेस-वे का हरियणा सेक्शन
टीम एक्शन इंडिया/गुरुग्राम
सेक्टर-102 खेड़की माजरा में बन रहा गुरुग्राम का पहला सरकारी श्रीमाता शीतला देवी मेडिकल कॉलेज का निर्माण जुलाई 2024 तक पूरा होगा। गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) द्वारा लगभग 542 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किए जा रहे इस मेडिकल कॉलेज का 15 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। हरियाणा सरकार में वित्त एवं योजना विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं गुरुग्राम जिला के प्रशासकीय सचिव अनुराग रस्तोगी ने मंगलवार को विभिन्न सरकारी विभागों की बड़ी परियोजनाओं, मुख्य रूप से स्वास्थ्य, शिक्षा व सामाजिक क्षेत्रों से जुड़े कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। स्वास्थ्य से जुड़ी अन्य परियोजनाओं में सेक्टर-10 के नागरिक अस्पताल का विस्तार करके इसे 100 बेड से 200 बेड का किया जाएगा। जनवरी 2024 तक इसे पूरा किया जाएगा। इसी प्रकार, सेक्टर 14 के व्यापार सदन में निमार्णाधीन नगर निगम गुरुग्राम के कार्यालय का 30 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। लगभग 129 करोड़ की लागत से तैयार हो रहा यह भवन इस वर्ष यानी 20 सितंबर 2023 तक बनकर तैयार हो जाएगा। मानेसर में 25 एमएलडी की क्षमता वाले एसटीपी व एसबीआर पर आधारित मैन पम्पिंग स्टेशन का कार्य भी प्रगति पर है। इस प्रोजेक्ट निर्माण का करीब 40 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। यह प्रोजेक्ट इस वर्ष अक्टूबर माह के अंत तक पूरा हो जाएगा।
जून माह में द्वारका एक्सप्रेस-वे का हरियाणा सेक्शन ट्रैफिक के लिए खोल दिया जाएगा। गुरुग्राम दिल्ली एक्सप्रेस वे पर ट्रैफिक के दबाव को कम करने व दिल्ली के द्वारका से गुरुग्राम की सीधी कनेक्टिविटी के लिए विकसित किया जा रहा द्वारका एक्सप्रेस-वे वर्ष 2023 में चालू हो जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि द्वारका एक्सप्रेसवे दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे (स्वर्णिम चतुर्भुज की दिल्ली-जयपुर-अहमदाबाद-मुंबई शाखा का हिस्सा) और मुख्य रूप से पश्चिम दिल्ली के यात्रियों से गंभीर यातायात भीड़ का अनुभव करने वाली मुख्य सड़कों पर दबाव कम करेगा। एनएच-8 पर 50 से 60 प्रतिशत ट्रैफिक को नए एक्सप्रेसवे पर डायवर्ट किया जाएगा, जिससे सोहना रोड, गोल्फ कोर्स रोड और एयर एक्सटेंशन की ओर यातायात में सुधार होगा। उन्होंने कहा वर्ष 2023 में इस एक्सप्रेसवे के चालू होने के बाद दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण को कम करने में भी काफी मदद मिलेगी। यह एक 16-लेन एक्सेस-नियंत्रित राजमार्ग है, जिसमें दोनों तरफ न्यूनतम 3-लेन सर्विस रोड का प्रावधान है। 29 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे में लगभग 19 किलोमीटर लंबाई हरियाणा में आती है, जबकि शेष 10 किलोमीटर लंबाई दिल्ली में है।