हरियाणा

हार्ट के मरीज को मैक्स अस्पताल शालीमार बाग के डॉक्टरों ने मौत के मुंह से बचाया

सोनीपत/टीम एक्शन इंडिया
मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल शालीमार बाग में दुनिया के सबसे छोटे पंप इम्पेला के जरिए 70 वर्षीय मरीज का जीवन बचाया गया. मरीज को जब अस्पताल में भर्ती कराया गया उस वक्त उनका दिल सिर्फ 10 फीसदी काम कर रहा था और उनका जीवन खतरे में था. नई दिल्ली के शालीमार बाग स्थित मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में कार्डियोलॉजी के एचओडी व डायरेक्टर डॉक्टर नवीन भामरी और उनकी टीम ने ये सफल सर्जरी की. उनकी टीम में मैक्स अस्पताल के डॉक्टर देवेंद्र कुमार अग्रवाल, डॉक्टर सुधांशु शेखर परिदा और डॉक्टर सर्वेश प्रजापति रहे और पूरी टीम ने मिलकर ब्लॉकेज हटाते वक्त मरीज के हार्ट को पंप करने के लिए इम्पेला का उपयोग किया. इम्पेला एक तरह का हार्ट पंप है, जिसका इस्तेमाल मरीज की गंभीर स्थिति के दौरान दिल के फंक्शन को सुचारू रूप से चलाने के लिए किया जाता है. 70 वर्षीय मरीज राजेंद्र कुमार बसोया जब अस्पताल पहुंचे उस वक्त उन्हें सांस में परेशानी हो रही थी, सीने में दर्द हो रहा था. उन्हें ये दिक्कत करीब 10 दिन से हो रही थी, अस्पताल पहुंचने पर उनका बीपी 80 था. मरीज को कुछ अन्य बीमारियां भी थीं. उन्हें डायबिटीज, हाइपोथायरायडिज्म और डिस्लिपिडेमिया की भी प्रॉब्लम थी, वो अंडरवेट थे और वजन सिर्फ 48 किलो था।
तमाम टेस्ट के बाद ये पता चला कि मरीज को ट्रिपल वेसल डिजीज के साथ लेफ्ट मेन डिजीज और कैल्सिफाइड छअऊ डायग्नल है और उनका दिल सिर्फ 10 परसेंट काम कर रहा था.

डॉक्टर नवीन भामरी ने इस पूरी प्रक्रिया के बारे में समझाते हुए कहा, जब मरीज हमारे पास पहुंचा तब उसकी हालत गंभीर थी. उनकी हालत को देखते हुए कई अस्पतालों ने उन्हें भर्ती करने से इनकार कर दिया था. सब समझ रहे थे कि अब इनका जीवन नहीं बचेगा. उनका हार्ट फंक्शन (छश्एऋ) सिर्फ 10-15 परसेंट था और एंजियोग्राफी में छट यानी लेफ्ट मेन डिजीज विद ट्रिपल वेसल डिजीज (ळश्ऊ) की बात सामने आई. इस तरह के मामलों में सर्जरी बहुत रिस्की रहती है. ऐसे में सीएबीजी या बायपास सर्जरी या मैकेनिकल सकुर्लेटरी सपोर्ट के साथ मल्टीवेसल एंजियोप्लास्टी ही सर्जिकल रि-वैस्कुलराइजेशन की जगह बेहतर विकल्प रहती है. हमने इम्पेला डिवाइस की मदद से इलाज करने का फैसला किया. इम्पेला एक पंप है जिसे हार्ट के अंदर ग्रोइन के माध्यम से रखा जाता है. ये इलाज के दौरान हार्ट से 2.5 लीटर प्रति मिनट की गति से महाधमनी में ब्लड पंप करता है.

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