राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी सरोज दीदी को दी भावपूर्ण श्रद्धांजलि
टीम एक्शन इंडिया
मनीष कुमार
अम्बाला: ईश्वरीय सेवाओं में अपना संपूर्ण जीवन समर्पित करने वाले ब्रह्माकुमारी संस्था के सेवाओं के आदि रत्न परम आदरणीय परम श्रद्धेय ब्रह्माकुमारी राजयोगिनी सरोज दीदी जी ने 2 जून को ईश्वर की अलौकिक गोद ली, अपनी संपूर्णता को प्राप्त कर फरिश्ता बन गई ऐसी महान आत्मा के प्रति श्रद्धांजलि सभा का आयोजन करण पैलेस अंबाला शहर में किया गया।
आदरणीय सरोज दीदी का व्यक्तित्व सबको प्रेरणा देने वाला था जो कोई भी उनसे पहली बार मिलता उसे उनसे अपनेपन की भावना महसूस होती। मन को बहुत सुकून महसूस होता जैसे मन एकदम शांत बुद्धि स्थिर हो गई हो। ईश्वरिय जीवन की मयार्दाओं पर पूरा पूरा चलने को उन्होंने अपने जीवन का लक्ष्य बनाया तथा अपनी अंतिम श्वास तक भी उन मयार्दाओं को निभाया।
सरोज दीदी लौकिक रूप से बटाला पंजाब से निकल ब्रह्माकुमारिज के अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय माउंट आबू तक पहुंचने वाली उन विशेष कन्याओं में से एक थे जिन पर स्वयं परमात्मा की दृष्टि पड़ी और उन्होंने अपना जीवन प्रभु अर्पित कर दिया। परमात्मा के प्रति दृढ़ निश्चय के कारण अपने प्रारंभिक दिनों में समाज तथा लौकिक परिवार से बहुत संघर्ष सहन किया। अपनी छोटी आयु में ही परमात्मा की बताई हुई युक्तियों को अपनाते स्वयं को बंधन मुक्त किया और ईश्वरीय सेवाओं में संपूर्ण समर्पित रूप से संलग्न हुए।
सन 1974 से अंबाला में अपनी ईश्वरीय सेवाएं देते अनेको आत्माओं का जीवन परिवर्तन किया। उनकी सेवाओं ने कई आत्माओं को ब्रह्माकुमारीज संस्थान के वारिस-गुणवत्ता वाले, अच्छे, सेवा योग्य ब्राह्मण बच्चे बनने के लिए पोषित किया है।