हे! कृष्ण कन्हैया फिर लो तुम अवतार...

नई दिल्ली । लाल देवेन्द्र कुमार श्रीवास्तव ( Action India News )
हे! कृष्ण कन्हैया फिर लो तुम, पृथ्वी पर अवतार,
कष्ट हरो दुखियारों के, हम सबका कर दो उद्धार।
जन्म दिवस पर हम सभी भक्त मना रहे ख़ुशियाँ,
जीवन के तम को दूर करो, खुले प्रगति का द्वार।।
एक बार फिर से आ जा प्रभु! दो गीता का ज्ञान,
अभिलाषा हम सभी की है, बजाओ बाँसुरी तान।
चहुँओर मचा हुआ अधर्म व असत्य का बोलबाला,
धन दौलत की तृष्णा बढ़ी, न रह गए लोग इंसान।।
नाते रिश्ते खोते जा रहे, कलयुग में अपनी पहचान,
मानवता अदृश्य हुई, बनते जा रहे लोग अब हैवान।
माँ बहन बेटी का सरे आम निकलना हो रहा दूभर,
द्रौपदी की लाज बचाने, आ जाओ कृष्ण भगवान।।
सत्पथ पे चलना मुश्किल, बस! बेईमानी है आसान,
फिर से एक बार प्रभु लो अवतार, करता हूँ आह्वान।
द्वापर युग तो सिर्फ एक ही कंस, जो था अत्याचारी
अब हर जगह कंस हैं फैले, मार कर मिटाओ निशान।।
सदमार्ग पर चलने वालों का, जीवन जीना है दुश्वार,
भ्रष्टाचार की आंधी है, रिश्तों पर न हो रहा ऐतबार।
व्याकुल और व्यथित हो रहा, हम सब का तन मन,
हे! कृष्ण कन्हैया फिर से लो तुम, पृथ्वी पर अवतार।।