‘आदिपुरुष‘ अपनी रिलीज के पहले ही दिन कई तरह के विवादों में घिरती हुई नजर आ रही है. एक तरफ फिल्म पर डायलॉग चोरी करने का आरोप लग रहा है. तो वहीं दूसरी तरफ अब ‘हिंदू सेना’ नाम के एक ग्रुप ने फिल्म आदिपुरुष के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की है. हिंदू सेना ने दावा किया है कि फिल्म में भगवान राम, रामायण और संस्कृति का मजाक उड़ाया गया है.
‘आदिपुरुष’ को अब तक जिन लोगों ने देखा है उनमें से कई लोगों को फिल्म पसंद आई है तो कई लोग इसे देखने के बाद काफी निराश हो गए हैं. वहीं अब ये फिल्म कानूनी पचड़े में फंसती हुई नजर आ रही हैं. हालांकि इस फिल्म के साथ जुड़ा ये कोई पहला कानूनी विवाद नहीं है. इससे पहले एक VFX स्टूडियो ये दावा कर चुका है कि ये कंपनी फिल्म में क्रेडिट की हकदार है. लेकिन गुरुवार को बॉम्बे हाई कोर्ट ने त्फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने से इनकार कर दिया.
तत्काल सुनवाई के लिए याचिका पर विचार करने से इनकार करते हुए, उच्च न्यायालय ने कहा कि मुकदमे में को-प्रड्यूसर, सुपर कैसेट्स प्राइवेट लिमिटेड (टी-सीरीज़ के रूप में जाना जाता है) को पार्टी बनाना आवश्यक है. वहीं बता दें, फिल्म आदिपुरुष की रिलीज ने नेपाल में भी कुछ उथल-पुथल मचा दी है. दरअसल काठमांडू के मेयर बालेन शाह ने फिल्म में संवाद पर आपत्ति जताई है. बालेन शाह ने दावा किया कि फिल्म सीता को “भारत की बेटी” बताया गया है जबकि उन्हें व्यापक रूप से “नेपाल की बेटी” माना जाता है.
मेयर ने आदिपुरुष के निर्माताओं को निर्धारित रिलीज के साथ आगे बढ़ने के लिए तीन दिनों के भीतर फिल्म में बदलाव करने की चेतावनी दी है. हालांकि मेकर्स की तरफ से अभी तक इन मेयर के इन बयानों पर किसी भी तरह का रिक्शन सामने नहीं आया है. बता दें. 500 करोड़ के बजट में बनकर तैयार हुआ ‘आदिपुरुष’ को हिंदी, तेलुगु, कन्नड़, तमिल और मलयालम भाषा में रिलीज किया गया है.