
आईसीपी शिक्षा ने किया सेमिनार का आयोजन
टीम एक्शन इंडिया
पानीपत/कमाल हुसैन
आईसीपी शिक्षा, जो पिछले 13 वर्षों से सीए और सीएस की कोचिंग के क्षेत्र में अग्रणी रहा है, ने आज सीए और सीएस के छात्रों के लिए एक विशेष सेमिनार का आयोजन किया। इस सेमिनार का विषय था अनलॉक योर पोटेंशियल: ए जर्नी टू सक्सेस। इस प्रेरणादायक कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में प्रख्यात सीए भूपिंदर दीक्षित जो कि पिछले 14 वर्षों का अनुभव रखते हैं और वर्तमान में पानीपत की सीए ब्रांच के सेक्रेटरी हैं उन्होंने छात्रों के साथ अपनी ज्ञानवर्धक यात्रा साझा की।
सीए भूपिंदर दीक्षित ने अपनी सीए की पढ़ाई के दौरान आई कठिनाइयों और उन्हें पार करने के अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि किस प्रकार उन्होंने चुनौतियों का सामना करते हुए अपनी मेहनत और दृढ़ता से सीए की परीक्षा में सफलता हासिल की।
उनके संघर्ष और सफलता की कहानी ने सभी छात्रों को अत्यधिक प्रेरित किया और उन्हें अपने लक्ष्य प्राप्ति के लिए दृढ़ संकल्पित होने का संदेश दिया। इस विशेष अवसर पर आईसीपी शिक्षा के संस्थापक निदेशक सीए हिमांशु ग्रोवर, एडवोकेट दीपांशु ग्रोवर, और सीए इंदरजीत सिंह ने सीए भूपिंदर दीक्षित का गर्मजोशी से स्वागत किया।
सभी अतिथियों ने कार्यक्रम की सराहना की और छात्रों को इस तरह के प्रेरणादायक सेमिनार में भाग लेने का महत्व बताया। कार्यक्रम के अंत में, सीए हिमांशु ग्रोवर ने धन्यवाद ज्ञापन देते हुए कहा, हम सीए भूपिंदर दीक्षित के प्रति अपनी गहरी आभार व्यक्त करते हैं जिन्होंने अपने मूल्यवान समय से हमारे छात्रों को प्रेरित किया।
उनका अनुभव और मार्गदर्शन हमारे छात्रों के लिए अत्यंत लाभदायक साबित होगा। उन्होंने यह भी कहा कि आईसीपी शिक्षा का लक्ष्य छात्रों को न केवल शिक्षा प्रदान करना है बल्कि उन्हें जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए प्रेरित करना भी है। सेमिनार में भाग लेने वाले छात्रों ने इस आयोजन की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
छात्रों ने कहा कि सीए भूपिंदर दीक्षित के प्रेरणादायक शब्दों ने उनमें एक नई ऊर्जा और आत्मविश्वास भरा है। उन्होंने इस तरह के और कार्यक्रमों की मांग की जिससे उन्हें अपने करियर में मार्गदर्शन और प्रेरणा मिल सके।
आईसीपी शिक्षा के इस प्रयास ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वे न केवल शिक्षा में बल्कि छात्रों को उनके सपनों को साकार करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इस सेमिनार के माध्यम से छात्रों ने यह सीखा कि कठिन परिश्रम, समर्पण और सही मार्गदर्शन से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।