आईपीएल में इम्पैक्ट खिलाड़ी का खुलासा टॉस के समय हो जाना चाहिए: गांगुली
मुंबई
पूर्व भारतीय कप्तान और दिल्ली कैपिटल्स के क्रिकेट निदेशक सौरव गांगुली इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में ‘इम्पैक्ट’ खिलाड़ी नियम को जारी रखने के पक्ष में हैं लेकिन चाहते हैं कि टीम अपने ‘इम्पैक्ट’ खिलाड़ी का फैसला टॉस के समय ही करें। हाल में खत्म हुए आईपीएल सत्र के बाद ‘इम्पैक्ट’ खिलाड़ी नियम काफी चर्चा में रहा क्योंकि इस चरण में आठ दफा 250 रन से ज्यादा का स्कोर बना।
गांगुली ने कहा कि वह चाहते हैं कि आईपीएल के आगामी सत्र में मैदान की बाउंड्री और बढ़ा देनी चाहिए। पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘मुझे इम्पैक्ट खिलाड़ी नियम पसंद है। आईपीएल में सिर्फ मैं एक चीज चाहता हूं कि इसके लिए मैदान थोड़े बड़े कर देने चाहिए। सीमारेखा को थोड़ा बढ़ा देना चाहिए।’’
गांगुली ने यहां एक कार्यक्रम के इतर कहा, ‘‘यह शानदार टूर्नामेंट है। इम्पैक्ट खिलाड़ी नियम के साथ आप सिर्फ एक चीज कर सकते हो कि इसका फैसला टॉस से पहले हो जाये। टॉस से पहले खुलासा करने के लिए आपको कौशल और रणनीति की जरूरत होगी। लेकिन मैं इम्पैक्ट खिलाड़ी नियम के पक्ष में हूं।’’
पृथ्वी साव का इस आईपीएल सत्र में प्रदर्शन इतना शानदार नहीं रहा लेकिन गांगुली का कहना है कि वह अब भी युवा है और छोटे प्रारूप के दाव पेच सीख रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘वह (साव) काफी युवा है। वह अभी 23 साल का ही है। वह अब भी सीख रहा है कि टी20 क्रिकेट कैसे खेला जाये। वह शानदार प्रतिभा का धनी है और बेहतर ही होगा। कभी कभार हम हर किसी से पहले ही काफी कुछ उम्मीद लगाने लगते हैं और पृथ्वी के कौशल को देखते हुए मुझे पूरा भरोसा है कि वह अच्छा करेगा।’’
गांगुली ने कहा कि विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने 2022 में कार दुर्घटना से पहले की तरह खेलना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘वह आईपीएल में हमारे लिए (दिल्ली कैपिटल्स) शानदार रहा इसलिये उसने जिस तरह से वापसी की, उसे देखकर खुश हूं। मैंने हमेशा ही कहा है कि वह विशेष खिलाड़ी है।’’
गंभीर ने अगर आवेदन किया है तो वह अच्छे कोच साबित होंगे : गांगुली
पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच के पद पर किसी भारतीय को नियुक्त करने का समर्थन करते हुए शनिवार को कहा कि अगर गौतम गंभीर ने इसके लिए आवेदन किया है तो वह अच्छे कोच साबित होंगे, क्योंकि हाल में समाप्त हुए आईपीएल में जीत की उनकी भूख और जुनून स्पष्ट नजर आया।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के पूर्व अध्यक्ष ने यहां एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि वह राष्ट्रीय टीम के लिए भारतीय कोच नियुक्त करने के पक्षधर हैं क्योंकि देश में प्रतिभा की कमी नहीं है। गांगुली ने कहा, ‘‘मैं भारतीय कोच रखने के पक्ष में हूं क्योंकि हमारे देश में अपार प्रतिभा है। हमारे देश में बेहद कुशल खिलाड़ी हैं जिन्होंने भारतीय क्रिकेट में बहुमूल्य योगदान दिया है और उन्हें व्यवस्था का हिस्सा होना चाहिए।’’
गांगुली से पूछा गया कि क्या कोच पद की दौड़ में आगे चल रहे गंभीर इस भूमिका के लिए उपयुक्त व्यक्ति होंगे, उन्होंने कहा, ‘‘क्या उन्होंने (गंभीर) आवेदन किया है। क्योंकि पहले उन्हें आवेदन करना होगा और फिर उसी के बाद वह यह पद हासिल कर पाएंगे। मुझे लगता है कि 27 मई आवेदन की अंतिम तिथि थी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जाहिर है, बीसीसीआई के पास इसे (समय सीमा) बढ़ाने का अधिकार है। अगर वह (गंभीर) आवेदन करते हैं और अगर वह चाहते हैं, तो वह बहुत अच्छे उम्मीदवार होंगे।’’
भारत की विश्व कप विजेता टीम के सदस्य रहे पूर्व बल्लेबाज गंभीर के मार्गदर्शक रहते हुए कोलकाता नाइट राइडर्स ने हाल में 10 साल बाद आईपीएल का खिताब जीता था।
गांगुली ने कहा, ‘‘अगर गंभीर ने आवेदन किया है तो आपने देखा होगा कि इस साल केकेआर के लिए उन्होंने किस तरह से काम किया। आप उनकी जीत की भूख और जुनून देख सकते थे। अगर उन्होंने आवेदन किया है और बोर्ड उन्हें यह पद सौंपने का फैसला करता है तो मुझे खुशी होगी। मेरा मानना है कि वह इस पद के लिए अच्छे उम्मीदवार हैं।’’
गंभीर को भारतीय कोच बनने की दौड़ में सबसे आगे माना जा रहा है। वर्तमान कोच राहुल द्रविड़ टी20 विश्व कप के बाद अपना पद छोड़ देंगे। बीसीसीआई सचिव जय शाह ने भी हाल में संकेत दिए थे कि भारतीय कोच को प्राथमिकता दी जाएगी।
शाह ने कहा था, ‘‘राष्ट्रीय टीम के लिए उपयुक्त कोच ढूंढने की गहन प्रक्रिया है। हम ऐसे व्यक्तियों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं जिन्हें भारतीय क्रिकेट संरचना की अच्छी समझ हो और जो इससे गुजरकर आगे बढ़े हों।’’ गांगुली ने इसके साथ ही कहा कि अमेरिका और वेस्टइंडीज में खेले जा रहे टी20 विश्व कप में भारत खिताब का प्रबल दावेदार है। उन्होंने कहा, ‘‘भारत के पास विश्व कप जीतने का बहुत अच्छा मौका है। भारत को एक टी20 टीम की तरह खेलना होगा। इस टीम में काफी प्रतिभा है।’’
गांगुली ने कहा, ‘‘भारतीय बल्लेबाजों को बेखौफ होकर खेलना चाहिए। (यह) एक ऐसी टीम है जिसमें (विराट) कोहली, रोहित (शर्मा), सूर्या (सूर्यकुमार यादव), (ऋषभ) पंत, (शिवम) दुबे, (हार्दिक) पंड्या, (रविंद्र) जडेजा, अक्षर (पटेल), (जसप्रीत) बुमराह, संजू (सैमसन) जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए मैं कहता हूं कि प्रत्येक खिलाड़ी भारत को जीत दिलाने की क्षमता रखता है तथा बेखौफ होकर खेलने से ही वह ऐसा कर सकते हैं। भारत को अतिरिक्त बल्लेबाज के साथ खेलना चाहिए और पहली गेंद से ही आक्रामक रवैया अपनाना चाहिए।’’ गांगुली ने कहा, ‘‘विराट और रोहित को पारी की शुरुआत करनी चाहिए। विराट आईपीएल में शानदार फॉर्म में था। वह महान खिलाड़ी है।’’