सियासत की बदली फिजां में नेता भी दिखा रहे गजब के रंग
टीम एक्शन इंडिया
राजकुमार प्रिंस
करनाल। सियासत के रंग पल-पल बदलते हैं। सत्ता की शक्ति का प्रभाव ही कुछ ऐसा है कि खादीधारी अपनी संभावनाएं लगातार तलाशते रहते हैं। इस विधानसभा चुनाव में भी कुछ ऐसा ही दिखाई दे रहा है, जैसा वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में बना था। तब कांग्रेस के शासन को 10 वर्ष पूरे हुए थे और अब भाजपा के शासन को। एक समानता और है कि भाजपा की सरकार बनने से पहले और भाजपा की सरकार बनने के बाद पुराने कांग्रेसियों ने भी कमल का फूल पकडकर हाथ का दामन छोड़ दिया था। अब यही इतिहास फिर सामने आ रहा है। भाजपा छोडकर कांग्रेस में शामिल हुए नेताओं की फहरिस्त लगातार बढ़ती जा रही है।
करनाल विधानसभा में भाजपा प्रत्याशी जगमोहन आनंद पहली दफा चुनावी रण में हैं तो उनके सामने कांग्रेस प्रत्याशी सुमिता सिंह ताल ठोक रही है। जगमोहन पहला चुनाव स्वयं लडने का अनुभव हासिल करने जा रहे हैं तो सुमिता सिंह का यह चौथा विधानसभा चुनाव है। वह करनाल विधानसभा से दो बार विधायक रह चुकी हैं। सुमिता सिंह व जगमोहन आनंद के बीच में मुकाबला कांटे का माना जा रहा है।
जगमोहन तीन माह पहले हुए विधानसभा उपचुनाव में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को मिली बड़ी जीत को याद कर यह आश्वस्त हो सकते हैं कि जनता का झुकाव तीन माह पहले तक भाजपा के पक्ष में था। वहीं सुमिता सिंह इस बात से खुश हो सकती हैं कि बीते दस वर्षों के दौरान कांग्रेस छोडकर भाजपा में गए पुराने कार्यकत्र्ता व नेता एक के बाद एक करके घर वापसी कर रहे हैं।
पूर्व मंत्री जय प्रकाश ने बनाए नए समीकरण
करनाल की राजनीति के सबसे माहिर खिलाड़ी माने जाने वाले पूर्व मंत्री जय प्रकाश गुप्ता ने भाजपा को जोर का झटका दिया है। गुप्ता कांग्रेस से पाला बदलकर भाजपा में गए थे और अब फिर चुनावी दिनों में कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। जाहिर तौर पर उनके कांग्रेस में आने से कांग्रेस प्रत्याशी सुमिता सिंह को मजबूती मिलती है। यही मजबूती भाजपा से घर वापसी करने वाले नगर सुधार मंडल के पूर्व चेयरमैन राकेश नागपाल व नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष बलविंद्र कालड़ा भी प्रदान करते हैं।
पूर्व पार्षदों ने भाजपा को चौंकाया
करनाल के पांच पूर्व पार्षदों ने भी कांग्रेस ज्वाइन कर भाजपा को चौंका दिया है। कल तक यह पार्षद भाजपा के पाले में खड़े हुए नजर आते थे, लेकिन चुनावी दिनों में यह भी अपने तेवर बदल चुके हैं। पूर्व पार्षद जतिन कालडा, हरीश बिट्टू, रामचंद्र काला, ईश गुलाटी व मीतू सैनी अपने-अपने वार्ड में खासा प्रभाव रखते हैं, लेकिन अब उनके इस प्रभाव का लाभ कांग्रेस की ओर जाता दिख रहा है। इसके अलावा भाजपा नेता अनुराग सेठी, हरपाल कलामपुरा, रमन अग्रवाल व आप नेता लाडी-संधू भी कांग्रेस में शामिल हो गए हैं।