राजनीतिक

INDI गठबंधन की आएंगी 295 सीटें, चुनाव के नतीजों से पहले कांग्रेस अध्यक्ष खरगे का दावा

नई दिल्ली
विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलांयस' (इंडिया) के घटक दलों के नेताओं ने शनिवार को यहां ‘अनौपचारिक बैठक' कर लोकसभा चुनाव की मतगणना से जुड़ी तैयारियों एवं रणनीति चर्चा की तथा दावा किया कि इस चुनाव में गठबंधन को 295 से अधिक सीट मिलेंगी। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर हुई इस बैठक में यह फैसला भी किया गया कि विपक्षी गठबंधन के घटक दल ‘एग्जिट पोल' (चुनाव बाद सर्वेक्षण) से जुड़ी टेलीविजन चैनलों की चर्चाओं में भाग लेंगे ताकि भाजपा और उसके तंत्र को बेनकाब किया जा सके।

विपक्षी गठबंधन ने यह तय भी किया कि अपने स्थानीय नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को यह निर्देश देंगे को चार जून को मतगणना से जुड़ी पूरी प्रक्रिया संपन्न होने तक तथा जीत का प्रमाण मिलने तक मतगणना केंद्रों पर मुश्तैद रहें। इस गठबंधन ने निर्वाचन आयोग से रविवार को मुलाकात का समय मांगा है ताकि मतगणना से जुड़े विषयों एवं शिकायतों को उनके सामने रखने के साथ समाधान की मांग भी कर सकें। बैठक के बाद ‘इंडिया' गठबंधन दलों के नेताओं की मौजूदगी में खरगे ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘अपने नेताओं से पूछने के बाद हमारा यह आकलन है कि ‘इंडिया' गठबंधन को कम से कम 295 सीट आएंगी…हम इससे ज्यादा सीट जीतेंगे…यह जनता का सर्वेक्षण है।'' एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘ हम एक हैं, हम एक रहेंगे, हमें बांटने की कोशिश नहीं करो।''

खरगे के अनुसार, ‘इंडिया' गठबंधन ने एग्जिट पोल से जुड़ी चर्चाओं में भाग लेने का भी फैसला किया है। कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने ‘एक्स' पर पोस्ट किया, ‘‘इंडिया गठबंधन की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि एग्जिट पोल से संबंधित भाजपा व उसके तंत्र को बेनक़ाब करना आवश्यक है।एग्जिट पोल की डिबेट में भाग लेने के पक्ष और विरोध के तमाम पहलुओं पर चर्चा के पश्चात सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया है कि इंडिया गठबंधन के तमाम सदस्य दल एग्जिट पोल की चर्चाओं में हिस्सा लेंगे।'' कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा था कि वह एक जून को एग्जिट पोल (चुनाव बाद सर्वेक्षण) से संबंधित टेलीविजन चैनलों की चर्चाओं में भाग नहीं लेगी, क्योंकि पार्टी टीआरपी के खेल का हिस्सा नहीं बनना चाहती।

बैठक में तृणमूल कांग्रेस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) शामिल नहीं हुईं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास ‘10 राजाजी मार्ग' पर आयोजित इस बैठक में खरगे, कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा और के.सी. वेणुगोपाल, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एससीपी) के प्रमुख शरद पवार, आम आदमी पार्टी के प्रमुख एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव शामिल हुए। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव डी. राजा, राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव, द्रमुक के टी.आर. बालू, झारखंड मुक्त मोर्चा के नेता एवं झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन, शिवसेना (यूबीटी) के अनिल देसाई, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माले) के नेता दीपांकर भट्टाचार्य और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी ने भी इस बैठक में भाग लिया। बिहार में सक्रिय वीआईपी पहली बार इस गठबंधन का हिस्सा बनी है।

खरगे ने बैठक का वीडियो ‘एक्स' पर पोस्ट करते हुए कहा, ‘‘मतगणना वाले दिन की तैयारियों का जायजा लेने के लिए ‘इंडिया' के घटक दलों के नेताओं ने आज अनौपचारिक बैठक की। लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है और सभी दलों के नेता और कार्यकर्ता बेहद सतर्क हैं। मैं उनमें से प्रत्येक को उनकी सम्मानजनक उपस्थिति के लिए धन्यवाद देता हूं। '' उनका कहना था, ‘‘हमने अपनी पूरी ताकत से लोकसभा चुनाव लड़ा है और सकारात्मक परिणाम को लेकर आश्वस्त हैं, क्योंकि भारत के लोगों ने हमारा समर्थन किया है। बदलेगा भारत, जीतेगा इंडिया।''

कांग्रेस ने अपनी राज्य इकाइयों को फॉर्म 17सी को लेकर सतर्क रहने को कहा है। तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने पहले ही कह दिया था कि वह इस बैठक में शामिल नहीं हो सकेंगी। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को बैठक से पहले ‘पीटीआई-भाषा' से कहा था, ‘‘मैं संभवत: नहीं जाऊं क्योंकि मेरी मां की आंख की सर्जरी हुई है।'' यह बैठक उस दिन हुई जब लोकसभा चुनाव के सातवें एवं अंतिम चरण के लिए वोट पड़े। मतगणना चार जून को होगी। विपक्षी गठबंधन दावा कर रहा है कि वह भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को केंद्र में सत्ता में लौटने से रोकने और अपनी सरकार बनाने में सफल रहेगा।

दूसरी तरफ, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन ने भी यह दावा किया है कि वह इन चुनावों के बाद लगातार तीसरी बार केंद्र में सरकार बनाएगा। ‘इंडिया' गठबंधन बनने के बाद इससे कुल 28 दल जुड़े थे, लेकिन लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले जनता दल (यूनाइटेड) और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में असर रखने वाली राष्ट्रीय लोक दल जैसी कुछ पार्टियां राजग में शामिल हो गईं।
 

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