नई दिल्ली। एक्शन इंडिया न्यूज
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को एक वीडियो संदेश में कहा कि भारत तेजी से दुनिया का सबसे बड़ा विनिर्माण केंद्र बनने की ओर बढ़ रहा है। सरकार विनिर्माण क्षेत्र के विकास के लिए आवश्यक नीतिगत माहौल बनाने में सक्रिय है। पिछले 8 वर्षों में सभी के प्रयासों के कारण भारतीय इस्पात उद्योग दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा इस्पात उत्पादक उद्योग बन गया है। उन्होंने कहा कि इस उद्योग में विकास की अपार संभावनाएं हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो संदेश के माध्यम से आर्सेलर मित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया (एएम/एनएस इंडिया) हजीरा संयंत्र के विस्तार के अवसर पर एक सभा को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस्पात संयंत्र के माध्यम से न केवल निवेश हो रहा है बल्कि कई नई संभावनाओं के द्वार भी खुल रही हैं। 60 हजार करोड़ से अधिक के निवेश से गुजरात और देश के युवाओं के लिए रोजगार के कई अवसर पैदा होंगे। इस विस्तार के बाद हजीरा स्टील प्लांट में कच्चे इस्पात की उत्पादन क्षमता 90 लाख टन से बढ़कर 1.5 करोड़ टन हो जाएगी।
2047 तक विकसित भारत की ओर बढ़ने के लक्ष्यों में इस्पात उद्योग की बढ़ती भूमिका को रेखांकित करते हुए प्रधान मंत्री ने कहा कि एक मजबूत इस्पात क्षेत्र एक मजबूत बुनियादी ढांचा क्षेत्र की ओर जाता है। इसी तरह, इस्पात क्षेत्र का सड़कों, रेलवे, हवाई अड्डे, बंदरगाहों, निर्माण, मोटर वाहन, पूंजीगत सामान और इंजीनियरिंग उत्पादों में बहुत बड़ा योगदान है।