हरियाणा

ट्रक ड्राइवर का अमानवीय कृत्य

टीम एक्शन इंडिया
राजकुमार प्रिंस
करनाल। जिले के काछवा गांव के पास इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है, जिसमें ट्रक चालक ने एक दिव्यांग व्यक्ति को अपने ट्रक से कुचल दिया। यह हादसा तब और भी भयावह हो गया, जब ट्रक चालक ने पुलिस को सूचना देने की बजाय शव को पत्थरों के नीचे छिपा दिया।

ग्रामीणों ने जब पलटे हुए ट्रक को देखा तो मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की तो ट्रक चालक की यह करतूत सामने आई। पुलिस ने साक्ष्य जुटाने के लिए एफएसएल टीम को भी मौके पर बुलाया। उसके बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज के शवगृह में भेज दिया। चालक को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ शुरू कर दी गई है।

मृतक की पहचान 30 वर्षीय शीशपाल के रूप में हुई है, जो सुबह की सैर के लिए निकला था। शीशपाल जो उत्तर प्रदेश का मूल निवासी था, पिछले 15 वर्षों से काछवा गांव में अपनी मां के साथ रह रहा था। शीशपाल एक हाथ से दिव्यांग था। अब तक उसकी शादी नहीं हुई थी। घटना की जानकारी मिलते ही उसकी मां मौके पर पहुंची और अपने बेटे के शव को देखकर बुरी तरह बिलखने लगीं।

गांव के पूर्व सरपंच बिट्टू ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि ट्रक चालक ने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है। उन्होंने बताया कि ट्रक पलटने के बाद चालक ने घायल कंडक्टर को तो अस्पताल भेज दिया, लेकिन शीशपाल के शव को पत्थरों के नीचे दबा दिया, ताकि किसी को पता न चल सके। ट्रक में चीनी की बोरियां थीं, जिन्हें बचाने के लिए चालक ने तिरपाल से ढक दिया था।

चालक ने ट्रक सीधा करवाने के लिए मजदूरों को बुलाया था, लेकिन जब उन्होंने शव को पत्थरों के नीचे दबा हुआ पाया तो उन्होंने ट्रक सीधा करने से इनकार कर दिया। इस घटना ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है। ग्रामीणों ने मृतक के परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है और दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। सूचना के बाद मौके पर पहुंचे सदर थाना के प्रभारी राजपाल ने बताया कि ट्रक ड्राइवर ने शीशपाल को कुचलने के बाद पुलिस को सूचित करने की बजाय शव को छुपाने की कोशिश की। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि वास्तव में हादसा कैसे हुआ और ट्रक चालक ने इस अमानवीय कृत्य को क्यों अंजाम दिया।

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