
प्रतियोगी छात्र की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शरीर पर आए चोट के निशान
मलिहाबाद/लखनऊ। रहीमाबाद थाना भ्रष्ट हैं…..मुझ पर फर्जी मुकदमा दर्ज किया गया है। मुकदमें में एफआर (फाइनल रिपोर्ट) लगाने के लिए थाने में तैनात दरोगा राजमणि पाल, लल्लन प्रसाद पाल और सिपाही मोहित शर्मा ने पचास हजार रुपये की घूस मांगी। रुपये न मिलने विपक्षियों के संग मिलकर कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी। यह बात हम नहीं बल्कि खुदकुशी करने से पहले अपने सुसाइट नोट में प्रतियोगी छात्र अशीष कुमार (22) ने लिखी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आशीष शरीर पर आई चार चोटों के निशान इस कहानी को दूसरी तरफ इशारा कर रही है, लेकिन पीएम रिपोर्ट के आधार छात्र की मौत का कारण हैगिंग बताया जा रहा है। फिलहाल पुलिस खुदकुशी के साथ हत्या के पहलुओं में तफ्तीश कर रही है।
गौरतलब है कि 11 जून दोपहर एक बजे रहीमाबाद थानाक्षेत्र अन्तर्गत गहदों गांव निवासी प्रतियोगी छात्र आशीष कुमार (22) ने घर में फंदा लगाकर आत्महत्या की थी। आशीष ने अपने सुसाइट नोट में रहीमबाद थाने में तैनात दरोगा राजमणि पाल, लल्लन प्रसाद पाल और सिपाही मोहित शर्मा को अपनी का जिम्मेदार ठहराया था। जिसके बाद आलाधिकारियों ने पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर परिजनों की लिखित शिकायत पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत मुकदमा दर्ज कराया था। मलिहाबाद एसीपी वीरेंद्र विक्रम ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में छात्र के शरीर पर चार चोटों के निशान पाए गए है लेकिन मौत का कारण हैगिंग आया है। मृतक द्वारा लिखे गए सुसाइड नोट का परीक्षण कराया जा रहा है। हैंड राइटिंग का मिलान कराया जा रहा है। जिसके रिपोर्ट आनी बाकी है। फिलहाल पुलिस खुदकुशी के साथ हत्या के पहलुओं में जांच पड़ताल करने में जुट चुकी है।
पीएम रिपोर्ट के बाद उठने लगे कई सवाल
छात्र की मां सुशीला देवी का आरोप था कि पुलिस प्रताड़ना से तंग आकर बेटे आशीष ने घर में फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक शरीर पर चार चोट कहां से आई ? जिसमें एक सिर पर बाकी अन्य पार्ट्स पर जख्म के निशान मिले हैं। कयास लगाया जा रहे है कहीं परिवारिक विवाद या फिर मारपीट से मानसिक आहत होकर आशीष ने खुदकुशी तो नहीं की। एसीपी मलिहाबाद के मुताबिक, 28 सितम्बर 2022 में शिवपुरी गांव के रहने वाले श्यामलाल पाल ने आशीष और भाई मनीष के खिलाफ महिलाबाद थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस मामले विवेचक कुलदीप सिंह यादव ने 02 नवम्बर 2022 को कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी थी। चार्जशीट दाखिल होने के आठ माह बाद आशीष ने फंदा लगाकर जान दे दी।