गुरु अर्जन देव जी के अनमोल विचार प्रेरणापरक
टीम एक्शन इंडिया
दलबीर मलिक
कुरुक्षेत्र : श्रीकृष्ण आयुष विश्वविद्यालय द्वारा गुरु अर्जन देव के शहीदी दिवस के उपलक्ष्य में सोमवार को ठंडे मीठे पानी की छबील सेवा लगाई गई।
छबील सेवा की शुरूआत अरदास के बाद की गई। इस अवसर पर कुलपति प्रो. वैद्य करतार सिंह धीमान, कुलसचिव डॉ. नरेश भार्गव, डॉ. विदुषी त्यागी, डॉ. रवि राज, डॉ. राजेंद्र चौधरी, सहायक कुलसचिव अतुल गोयल, फाइनेंस आॅफिसर सत्यनारायण शर्मा, अकाउंट आॅफिसर आलोक नाथ शर्मा, एक्सिएन भूपेंद्र सिंह व छबील आयोजक टीम में मनप्रीत सिंह, इंद्र प्रताप सिंह, मोहित, अमित, कर्ण, दीपक, चंद्र शेखर, अरविंद, गौरव, आशीष, शुभम, गुरूप्रीत व चिराग मौजूद रहे।
इस अवसर पर कुलपति प्रो. वैद्य करतार सिंह धीमान ने कहा कि सनातन संस्कृति के गौरवपूर्ण इतिहास में सिख पंथ के पांचवें गुरु श्री गुरू अर्जन देव जी के अनमोल विचार समस्त मानव जाति को सन्मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं।
उन्होंने जीवन पर्यन्त न केवल मानव को ज्ञान का प्रकाश दिखाया बल्कि सनातन हिन्दू धर्म की रक्षा के लिए जब मुगल आक्रांता ने उन्हें तपते तवे पर बैठाया और ऊपर से गर्म रेत सिर पर डाला गया तब भी उन्होंने शारीरिक यातनाओं को सहते हुए सनातन हिन्दू धर्म को नहीं त्यागा। पांच दिन यातनाएं देने के बाद छठे दिन गुरु अर्जुन देव को मुगल आक्रांता ने पत्थर बांधकर पानी में बहा दिया था।
और वे सदा के लिए पानी में समाहित हो गए। उन्होंने कहा कि उनके पिता गुरु रामदास सिखों के चौथे गुरु थे। जबकि उनके नाना गुरु अमरदास सिखों के तीसरे गुरु थे।