हरियाणा

‘मददगार साबित हो रहा एकीकृत कमान नियंत्रण केन्द्र’

करनाल/टीम एक्शन इंडिया
नागरिकों का दुर्घटनाओं से बचाव और सुरक्षा प्रदान करने के मकसद से शहर के नगर निगम कार्यालय में स्थापित एकीकृत कमान एवं नियंत्रण केन्द्र समूचे शहर की निगरानी के लिए है। आई.सी.सी.सी. में लगे सिस्टम से यातायात नियंत्रण और रियल टाईल फुटेज से पुलिस को बहुत सी वारदातों का पता लगाने में अहम मदद मिल रही है। इसकी स्थापना करनाल स्मार्ट सिटी लिमिटेड की ओर से की गई है। मंगलवार को जिला उपायुक्त एवं के.एस.सी.एल. के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनीश यादव ने बताया कि आई.सी.सी.सी. की स्थापना से पहले सडक नियमों की जानकारी के अभाव में दुर्घटनाएं आम बात थी, लेकिन अब लोगों में जागरूकता बढ़ी है। बड़े शहरों की तर्ज पर करनाल में भी रेड लाईट के होने पर ट्रैफिक रूकता है और ग्रीन होने पर चल पड़ता है। इससे पहले पुलिस विभाग की ओर से वर्ष में 1 करोड़ रुपए के चालान किए जाते थे, अब यह आकंड़ा 7 करोड़ रुपए से ऊपर का हो गया है। इस बारे उपायुक्त का कहना है कि चालान करने का मकसद सरकार को राजस्व में बढ़ौतरी करना नहीं हैं, बल्कि लोगों में यातायात, नियमों की समझ-बूझ और उनका पालन करने का है। उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट के जरिए शहर के मुख्य चौक-चोराहों पर स्थापित वेरीएबल मैसेज डिस्प्ले और एमरजेंसी कॉल बॉक्स से किसी भी सूचना पर अमल का रिस्पाँस टाईम बहुत ही कम हो गया है। नागरिकों को सरकार की योजना और अन्य उपयोगी जानकारी देने के लिए वीएमडी सर्वोत्तम माध्यम सिद्घ हो रहे हैं। चौक-चौराहों पर लगे पब्लिक एड्रेस सिस्टम से भी वाहन चालकों को सडक यातायात और सावधानी बरतने से सम्बंधित हर तरह की जानकारी दी जा रही है। एन्वायरमेंट सेंसर डिस्प्ले से नागरिकों को शहर की हवा की गुणवत्ता और उसमें प्रदूषण की मात्रा की जानकारी मिलती है। इस सुविधा से प्रदूषण को कंट्रोल करने में काफी मदद मिल रही है। अब स्ट्रीट लाईट प्रोजेक्ट आई.सी.सी.सी. से इंटीग्रेट- आई.सी.सी.सी. के प्रोजेक्ट मैनेजर राजेश पांडय ने बताया कि शहर को किफायती और अच्छी रोशनी प्रदान करने वाली एलईडी लाईटों के प्रोजेक्ट का आई.सी.सी.सी. से इंटीग्रेशन हो गया है। इससे सेंटर में रियल डाटा उपलब्ध होगा। शहर के जिस भी एरिया में लाईट खराब होगी, उसकी सूचना केन्द्र में आएगी और इसके बाद एच.पी.एल. कम्पनी के प्रतिनिधि सूचना प्राप्त करके निश्चित समय में शिकायत का निवारण करेंगे। पांडय ने बताया कि जल्द ही एच.पी.एल. के प्रतिनिधि आई.सी.सी.सी. में बैठेंगे, ताकि यहां से डाटा लेकर उस पर कार्रवाई प्रारम्भ की जा सके। जल्द जुड़ेगा स्काडा प्रोजेक्ट- नगर निगम के कार्यकारी अभियंता सतीश शर्मा से प्राप्त जानकारी के अनुसार शहर को स्वच्छ एवं पर्याप्त मात्रा में पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट स्काडा पर नगर निगम की ओर से काम किया जा रहा है। एजेंसी योकोगावा की ओर से शहर में स्थापित ट्यूबवेल, पानी की बड़ी टंकियां और बूस्टर स्टेशनों का सर्वे कर लिया गया है। स्काडा में जिन उपकरणों को लगाया जाएगा, कम्पनी की ओर से उनका आॅर्डर कर दिया गया है।
अगले कुछ महीनो में यह प्रोजेक्ट मुकम्मल हो जाएगा।

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