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इजरायल-हमास युद्धविराम ‘शुक्रवार से पहले’ शुरू नहीं होगा

इजरायल-हमास युद्धविराम  'शुक्रवार से पहले' शुरू नहीं होगा

गाजा
 इजरायल और फिलिस्तीनी आंदोलन हमास के बीच समझौते के तहत ‘शुक्रवार से पहले’ युद्धविराम शुरू नहीं होगा। एक इजरायली अधिकारी ने  यह जानकारी दी। रूसी न्यूज एजेंसी स्पूतनिक ने सूत्र के हवाले से अपनी रिपोर्ट में बताया है कि लड़ाई में ‘कोई विराम नहीं’ होगा। एजेंसी ने एक अन्य सूत्र का हवाला देते हुए कहा कि संघर्ष विराम स्थानीय समयानुसार पूर्वाह्न 10:00 बजे शुरू होने की उम्मीद है। उधर, एक इजरायली सूत्र ने इज़रायली अख़बार हारेत्ज़ से कहा कि जब तक हमास के साथ समझौते की समयसीमा तय नहीं हो जाती, तब तक गाजा में लड़ाई नहीं रुकेगी।

उल्लेखनीय है कि अक्टूबर को हमास ने इजरायल में घुस कर और गाजा पट्टी से रॉकेट दागकर हमला किया था, जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए थे। इस दौरान हमास ने 200 से अधिक अन्य लोगों का अपहरण कर लिया गया।

 इसके बाद इज़रायल ने जवाबी हमले शुरू किए और पानी, भोजन और ईंधन की आपूर्ति में कटौती करते हुए गाजा पट्टी की पूर्ण नाकाबंदी का आदेश दिया। इज़रायल ने 27 अक्टूबर को हमास लड़ाकों को खत्म करने और बंधकों को बचाने के घोषित लक्ष्य के साथ गाजा पट्टी के अंदर बड़े पैमाने पर जमीनी घुसपैठ शुरू की। संघर्ष के कारण अब तक गाजा पट्टी में 14,500 से अधिक लोग मारे गए हैं।

इज़रायल और हमास ने  गाजा में चार दिवसीय युद्धविराम पर सहमत होने की पुष्टि की और कहा कि 150 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करने के बदले में 50 इजरायली बंधकों की रिहाई होगी।

गाजा युद्ध में हमलों में मरने वाले फिलीस्तीनियों की संख्या 14,500 से अधिक हुयी

गाजा
 गाजा पट्टी में सात अक्टूबर से जारी युद्ध में मारे गए फिलिस्तीनियों की संख्या 14,500 से अधिक हो गई है।गाजा के सूचना केंद्र ने  एक बयान में कहा, “मरने वालों की संख्या 14,532 तक पहुंच गई है। इनमें 6,000 बच्चे शामिल हैं।” वहीं इस दौरान हुए हमलों में 35,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं।

उल्लेखनीय है कि इज़रायल और हमास ने  लड़ाई में चार दिवसीय मानवीय विराम पर सहमति व्यक्त की। इसके गुरुवार सुबह से प्रभावी होने की उम्मीद है। अस्थायी संघर्ष विराम के हिस्से के रूप में, इज़रायल 150 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। बदले में हमास 50 इजरायली बंधकों को छोड़ेगा।

इजराइल-हमास बंधक समझौते के बाद बाइडन ने पश्चिम एशिया के नेताओं से फोन पर बात की

वाशिंगटन
 अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने बंधकों की रिहाई पर इजराइल और हमास के बीच एक समझौते के बाद पश्चिम एशिया में ताजा हालात पर चर्चा के लिए इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी और मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी से फोन पर बात की।

इजराइल और हमास 150 फलस्तीनी कैदियों और गाजा में मानवीय सहायता आपूर्ति के बदले गाजा में चरमपंथी समूह द्वारा बंधक बनाए गए 50 बंधकों की रिहाई के लिए बुधवार को चार दिवसीय युद्ध विराम पर सहमत हुए थे।

समझौता लागू होने के बाद यह पहली बड़ी कूटनीतिक जीत होगी और सात अक्टूबर को इजराइल पर हमास के हमले के बाद शुरू हुए युद्ध पर विराम लगेगा।

व्हाइट हाउस ने बाइडन और नेतन्याहू के बीच फोन पर हुई बातचीत का ब्योरा देते हुए कहा कि राष्ट्रपति ने  इजराइल के प्रधानमंत्री से बात की और समझौते का स्वागत किया।

ब्योरे के अनुसार, दोनों नेताओं ने युद्ध विराम पर चर्चा की जिससे गाजा में आवश्यक मानवीय सहायता पहुंच पाएगी।

व्हाइट हाउस ने कहा कि नेतन्याहू ने बाइडन के ‘‘अथक प्रयासों’’ और समझौते तक पहुंचने में मदद करने वाली उनकी टीम का शुक्रिया अदा किया।

व्हाइट हाउस ने कहा, ‘‘दोनों नेता इस बात पर सहमत हुए कि काम अभी पूरा नहीं हुआ है और राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री को आश्वस्त किया कि वह बचे हुए सभी बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने की दिशा में काम जारी रखेंगे। राष्ट्रपति ने इसके बाद लेबनान की सीमा के साथ साथ वेस्ट बैंक के पास शांति बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया।’’

व्हाइट हाउस ने बताया कि अल-थानी के साथ बातचीत में अमेरिका के राष्ट्रपति ने कतर विशेषकर हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों की रिहाई एवं गाजा में मानवीय सहायता आपूर्ति को पहुंचाने में मदद के लिए एक समझौते तक पहुंचने में अमीर एवं उनकी टीम की निजी भूमिका की सराहना की।

व्हाइट हाउस ने बातचीत का ब्योरा देते हुए कहा, ‘‘समझौता पूरी तरह से लागू हो और सभी बंधकों की रिहाई हो, यह सुनिश्चित करने के लिए दोनों नेताओं ने करीबी संपर्क में बने रहने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने आम नागरिकों का जीवन बचाने, अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का सम्मान करने और गाजा में फलस्तीनियों के लिए मानवीय सहायता लगातार जारी रहने एवं इनकी आपूर्ति बढ़ाए जाने के महत्व को दोहराया।’’

व्हाइट हाउस के अनुसार, ‘‘राष्ट्रपति बाइडन और शेख तमीम ने फलस्तीनी राष्ट्र की स्थापना सहित पश्चिम एशिया में टिकाऊ और स्थायी शांति के लिए शर्तों को निर्धारित करने को लेकर करीबी परामर्श जारी रखने पर सहमति व्यक्त की।’’

अल-सीसी के साथ बातचीत में बाइडन ने हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों की रिहाई के लिए एक समझौते तक पहुंचने और गाजा में मानवीय आपूर्ति को सुगम बनाने में मिस्र एवं अल-सीसी के प्रयासों की सराहना की।

उन्होंने गाजा में फलस्तीनियों के लिए और अधिक मानवीय सहायता बढ़ाने में सहयोग पर चर्चा की।

बाइडन ने फलस्तीनी राष्ट्र के निर्माण की स्थापना के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की और इसके लिए शर्तों निर्धारित करने में मिस्र की अहम भूमिका को स्वीकारा।

अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कतर के प्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान-अल-थानी से युद्ध विराम को लेकर बात की।

 

 

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