इजरायली सेना का फिलिस्तानी नागरिकों को अल्टीमेटम, जल्द से जल्द खाली करें राफाह
तेल अवीव
फिलिस्तीन पर इजरायली कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। गाजा के एक बड़े हिस्से को तबाह करने के बाद इजरायल की नजर अब राफा पर है। लंबे समय से कयास लग रहे हैं कि कभी भी इजरायल राफा पर हमला बोल सकता है। इस बीच इजरायली सेना ने फिलिस्तीन के लोगों को राफा से हटाना शुरू कर दिया है। माना जा रहा है कि यह हमले से पहले की तैयारी है। इन लोगों को हटाने के बाद इजरायल हमला बोल सकता है। इजरायल दोहरा रहा है कि अब हमास के लड़ाकों ने राफा में डेरा डाल दिया है। ऐसे में हमास से निपटने के लिए हमला किया जाएगा।
इजरायल की सेना ने सोमवार सुबह कहा कि हम पूरी ताकत से हमास पर हमला करेंगे। फिलहाल हम वहां रह रहे लोगों को बचाने की कोशिश में हैं और उन्हें हटाया जा रहा है। इजरायल की सेना ने पूर्वी राफा के लोगों से कहा है कि वे उत्तर में चले जाएं ताकि उन्हें मदद मिल सके। उत्तरी हिस्सा खान यूनिस शहर के पास है, जहां फिलहाल मानवीय सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। मिस्र में इजरायल और हमास के बीच बातचीत का प्रस्ताव था। लेकिन अब तक इस दिशा में पहल नहीं हो पाई है। रविवार को तो हमास ने भी इजरायल पर रॉकेट दागे, जिसमें उसके तीन सैनिक मारे गए।
अब तक इजरायल ने पीछे हटने के संकेत नहीं दिए हैं। अमेरिका समेत कई पश्चिमी देशों की अपील के बाद भी इजरायल का कहना है कि हम अपने फैसले खुद लेंगे और हमास को खत्म करने तक हमले जारी रहेंगे। इस बीच इजरायल के एक बड़े चैनल Kan News का कहना है कि सेना ने राफा में जमीनी हमले की तैयारी पूरी कर ली है। बता दें कि पीएम बेंजामिन नेतन्याहू भी लगातार राफा पर हमले की बात दोहरा रहे हैं। लेकिन दुनिया की आलोचना को देखते हुए इजरायल ने अपनी रणनीति बदली है।
उसने करीब 30 हजार टेंट खरीदे हैं। राफा पर हमले के बाद विस्थापित होने वाले लोगों को इन टेंटों में रखा जाएगा। यहीं पर उन्हें मानवीय सहायता भी दी जाएगी। ऐसा इसलिए होगा ताकि इजरायल पर मानवाधिकार उल्लंघन के आरोप न लग सकें। राफा में करीब 14 लाख लोगों की आबादी है। हालांकि अब तक यह साफ नहीं है कि कैसे यहां रहने वाले लोगों को निकाला जाएगा। बता दें कि यूरोपीय देशों ने भी इजरायल को सलाह दी है कि वह राफा पर हमला न करे।