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US से डिपोर्ट हुए खुशप्रीत ने सुनाई डंकी रूट की दर्दनाक कहानी, एजेंटों और माफियाओं से बेइंतहां टॉर्चर झेला

नई दिल्ली
हरियाणा के कुरुक्षेत्र के रहने वाले खुशप्रीत ने अपनी दिल दहला देने वाली कहनी साझा की, जिसमें उसने बताया कि कैसे उसने एजेंटों और माफियाओं से बेइंतहां टॉर्चर झेला। 182 दिन तक उसने घने जंगलों, विशाल समुद्रों और पहाड़ों के बीच कड़ी यातना सही। खुशप्रीत ने बताया कि उसे करंट लगाया गया, पेशाब से नहलाया गया और कई दिन भूखा रखा गया। खुशप्रीत का सपना था कि वह अमेरिका जाए और पैसे कमाए ताकि वह अपने परिवार के सपने पूरे कर सके। इसके लिए उसने एक एजेंट से संपर्क किया, जिसने उसे डंकी रूट से भेजने का वादा किया। इस यात्रा के लिए एजेंट ने 45 लाख रुपए का खर्च बताया, जिसे खुशप्रीत के परिवार ने खेत, घर और पशुओं को गिरवी रखकर जुटाया।

डंकी रूट पर यात्रा की दर्दनाक हकीकत
खुशप्रीत ने बताया कि डंकी रूट का क्या मतलब है, यह वह पहले नहीं जानता था। छह महीने की कठिन यात्रा के बाद जब वह अमेरिका पहुंचा, तो उसे वहां गिरफ्तार कर लिया गया और 12 दिन बाद डिपोर्ट कर दिया गया। इस दौरान माफिया और एजेंटों ने उसे कई बार करंट लगाया और पेशाब से नहलाया। जंगलों और समुद्रों में कई दिन तक वह भूखा रहा और कठिन रास्तों पर पैदल चला।

एजेंटों का धोखा
खुशप्रीत ने कहा कि जब भी माफिया ने एजेंट से रुपए की मांग की, तो एजेंट उनका फोन नहीं उठाता था। माफिया ने उन्हें करंट लगाकर परेशान किया, और कई बार उन पर अत्याचार किया। खुशप्रीत का कहना था कि उनके जैसे कई युवा इस रूट से विदेश जाने की उम्मीद में गलत एजेंटों के चक्कर में फंसे हैं, जो उनकी जान से खेल रहे हैं।

एजेंटों के खिलाफ कार्रवाई
अब हरियाणा पुलिस इन एजेंटों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने जा रही है। एसआईटी ने सभी जिलों के एसपी को पत्र भेजकर उन एजेंटों की सूची तैयार करने और उन्हें गिरफ्तार करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही, ट्रैवल एजेंसियों के पंजीकरण और उनके कामकाज की जांच भी की जाएगी। जिन युवाओं को इन एजेंटों ने डंकी रूट से भेजा था, उनकी शिकायतों को पुलिस दर्ज करेगी और दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

 

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