जिला संगठन विवाद पर भड़कीं कुमारी सैलजा, मल्लिकार्जुन खड़गे से की मुलाकात, बोली- पर्यवेक्षकों ने केवल एक पक्ष की बात सुनी
हिसार: हरियाणा कांग्रेस में जिला संगठन बनाने को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. हरियाणा कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता कुमारी सैलजा ने अब बड़ा बयान दिया है. उन्होंने नियुक्त किए गए पर्यवेक्षकों पर पक्षपात का आरोप लगाया है. सैलजा ने कहा कि ज्यादातर पर्यवेक्षकों ने एकतरफा बात की. वो केवल एक पक्ष की बात ही सुनने आये थे. इसीलिए कार्यकर्ताओं ने आक्रोश में उनका विरोध किया. कुमारी सैलजा ने कहा कि इस पक्षपातपूर्ण रवैय्ये को लेकर हमने राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की है.
कुमारी सैलजा ने कहा कि कार्यकर्ताओं को आपस में भिड़ाया गया और ये तब हुआ है, जब पर्यवेक्षक और प्रभारी मौजूद थे. उन्होंने कहा कि पर्यवेक्षकों ने केवल एकतरफा बात की. केवल एक पक्ष की बात सुनी गई, दूसरे को दरकिनार कर दिया गया. इसी वजह से पार्टी के कार्यकर्ता नाराज हुए और उनका विरोध किया. उन्होंने कहा कि कार्यक्रताओं को जब लगा कि सुनवाई और निष्पक्षता नहीं है तो उनका गुस्सा स्वाभाविक है.
कुमारी सैलजा ने साफ आरोप लगाते हुए कहा कि दो चार पर्यवेक्षकों को छोड़कर कोई भी निष्पक्ष नजर नहीं आया. जो राज्य के बाहर से पर्यवेक्षक बनाए गए वो भी एकतरफा बातें करते दिखाई दिए. उन्होंने हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी दीपक बाबरिया पर भी अप्रत्यक्ष तौर पर निशान साधा और कहा कि जो हमारे प्रभारी हैं, उन्होंने क्या सोचकर यह किया, पता नहीं. हम भी छत्तीसगढ़ के प्रभारी है लेकिन किसी राज्य में ऐसा काम नहीं देखा.
कुमारी सैलजा ने बिना नाम लिए नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर निशाना साधा. सैलजा ने कहा कि केंद्र की सरकार का पर्दाफाश करना हमारा कर्तव्य है. कांग्रेस के प्रति हमें अपना फर्ज निभाना है. अगर इसमें हम कहीं कमजोर होते हैं तो क्या लोगों की लड़ाई लड़ पाएंगे. एक तरफ दोस्ती है, तो दूसरी तरफ लोग हम पर विश्वास कैसे करेंगे. क्या हमने केवल अपनी राजनीति करनी है.
पूर्व मंत्री कुमारी सैलजा ने कहा कि हरियाणा के लोग मैं और मेरा की राजनीति नहीं चाहते, उनको चाहिए कि कोई उनकी आवाज बने. ऐसा नहीं होना चाहिए कि मोदी को ललकारने का काम हम केवल राहुल गांधी और केंद्रीय नेताओं पर छोड़ दें, और हम दोस्ती निभाएं. कुमारी सैलजा ने खुद चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा कि आलाकमान जो चाहेगा, मैं उसका पालन करूंगी. सैलजा ने कहा कि लोकसभा चुनाव मैंने पहले भी लड़ा है. अगर हाईकमान कहेगा तो मैं विधानसभा चुनाव भी लड़ंगी.