
सीएम फ्लाइंग रेड के विरोध में लैब संचालकों ने की हड़ताल
फतेहाबाद/टीम एक्शन इंडिया
सीएम फ्लाइंग द्वारा मंगलवार देर शाम को फतेहाबाद के बीघड़ रोड स्थित कन्हैया पैथ लैब पर छापेमारी करने के बाद जिलेभर के लैब संचालकों में गुस्सा भड़क गया है। इस कार्रवाई के विरोध में बुधवार सुबह जिले भर के लैब संचालकों ने हड़ताल की घोषणा कर दी और अपनी लैबों को ताले लगाकर मॉडल टाऊन स्थित पपीहा पार्क के बाहर धरने पर बैठ गए। धरने में फतेहाबाद के अलावा टोहाना, रतिया, भूना सहित सभी क्षेत्रों के भारी संख्या में लैब संचालकों ने भाग लिया और सीएम फ्लाइंग की इस कार्रवाई पर रोष जताया। बाद में शहर में रोष मार्च निकालते हुए ज्ञापन देने लघु सचिवालय पहुंचे। लैब बंद रहने से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो गईं और मरीजों के टेस्ट रूक गए। जिला केमिस्ट एसोसिएशन ने भी लैब संचालकों को अपना समर्थन दे दिया है। जजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. विरेंद्र सिवाच भी लैब संचालकों के धरने पर पहुंचे और सरकार की नीतियों को अनुचित करार दिया। धरने को संबोधित करते हुए मेडिकल लैबोरेटरी टेक्नॉलोजिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव सेतिया ने कहा कि सरकार की नीतियों अनुसार हर लैब पर एमबीबीएस डॉक्टर होने चाहिए, लेकिन यह संभव नहीं है। जो लैब अब लोगों को सस्ते रेट पर टेस्ट सुविधा दे रही है, यदि एमबीबीएस डॉक्टर रखे गए तो यह टेस्ट बढ़ जाएंगे और इसकी मार जनता पर ही पड़ने वाली है। उन्होंने कहा कि सरकार बिना कोई नोटिस के छापेमारी कर लैब संचालकों को परेशान कर रही है। लैब संचालक कोई अनुचित काम नहीं कर रहे, जो बेसिक डिग्री डिप्लोमा उन्होंने लिए हैं, उसके तहत ही सब काम हो रहा है। उनकी मुख्य मांग है कि लैब संचालक जो भी काम करें, उसकी साइनिंग अथॉरिटी वे खुद ही रहेंगे और उनके काम की जिम्मेदारी वे खुद लेंगे।
सरकार लैबोरेटरी मेडिकल कौंसिल बनाकर बेसिक लैब को रजिस्टर्ड करवाए, बायो मेडिकल वेस्ट शुल्क को कम करे।